Highlights
- पाकिस्तान की राजनीति में विवाद जारी
- पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने खोला मोर्चा
- सरकार पर भड़के हुए हैं इमरान खान
Pakistan IHRF: इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स फाउंडेशन (आईएचआरएफ) ने कहा है कि उसके पास पाकिस्तान में सत्ता के दुरुपयोग की विश्वसनीय रिपोर्ट है। एक ट्वीट में, आईएचआरएफ ने कहा, हमें पाकिस्तान में अधिकार के दुरुपयोग की विश्वसनीय रिपोर्ट मिली है। हम इस मुद्दे पर एक कार्य समूह का गठन कर रहे हैं। अभी जो हुआ उसके बारे में हम सटीक जानकारी जुटा रहे हैं। हम किसी भी सबूत और विश्वसनीय न्यूज का स्वागत करते हैं। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, देश में कुछ राजनेताओं और पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार की खबरें सामने आई हैं।
एक टीवी चैनल पर विवादास्पद टिप्पणी का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी सहयोगी शाहबाज गिल को कुछ दिनों पहले इस्लामाबाद के बानी गाला चौक से गिरफ्तार किया गया था। गिल को अदालत और अस्पताल ले जाते समय उनके हांफते हुए कुछ वीडियो वायरल हुए थे। जिसके बाद, पीटीआई अध्यक्ष पिछले हफ्ते पीआईएमएस में गिल को देखने गए थे, लेकिन उन्हें मिलने की अनुमति नहीं दी गई। खान ने दावा किया था कि पुलिस हिरासत में गिल का यौन शोषण किया जा रहा था।
इमरान खान ने सजा दिलाने की बात कही
इमरान खान ने कसम खाई कि वह उन लोगों को सजा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे, जो उनके सहयोगी को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने के लिए जिम्मेदार हैं। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को गिल के वीडियो भी सामने आए, जिसमें वह खाने के लिए मजबूर करने पर डॉक्टरों के साथ बहस कर रहे हैं। इस बीच पत्रकार जमील फारूकी को कराची में शाहबाज गिल को हिरासत में यातना देने का इस्लामाबाद पुलिस पर 'झूठा' आरोप लगाने के लिए गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने पत्रकार फारूकी पर लगाए आरोप
पुलिस ने कहा कि फारूकी ने अपने व्लॉग्स में राजधानी पुलिस पर खान के चीफ ऑफ स्टाफ पर शारीरिक और यौन हिंसा करने का आरोप लगाया था। इससे पहले खबर आई थी कि पाकिस्तान की एक शीर्ष अदालत ने इस्लामाबाद में एक रैली के दौरान सत्र न्यायालय की महिला न्यायाधीश के बारे में विवादित टिप्पणी करने के मामले में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के विरुद्ध अवमानना कार्यवाही शुरू करने का सोमवार को निर्णय लिया है। जेल में बंद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सदस्य शाहबाज गिल के पुलिस रिमांड को चुनौती देने वाली पार्टी की याचिका पर सुनवाई के दौरान इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश आमेर फारूक ने यह फैसला किया।
इमरान ने दी थी मामला दर्ज कराने की धमकी
शनिवार को इस्लामाबाद के एफ-9 पार्क में हुई एक रैली में खान ने इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस उपमहानिरीक्षक के खिलाफ मामला दर्ज कराने की धमकी दी थी। इसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी के प्रति 'पक्षपातपूर्ण' रवैये के लिए न्यायपालिका को चेतावनी देते हुए कहा था कि वह अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे। 'पीटीआई' के अध्यक्ष खान ने अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश जेबा चौधरी को भी गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी, जिन्होंने इस्लामाबाद पुलिस के अनुरोध पर इमरान के सहयोगी गिल की दो दिन की हिरासत को मंजूरी दी थी। न्यायाधीशों-मोहसिन अख्तर कयानी, बाबर सत्तार और मियांगुल हसन औरंगजेब की एक वृहद पीठ अवमानना मामले की सुनवाई करेगी और पहली सुनवाई मंगलवार को होने की उम्मीद है। गिल को पिछले हफ्ते देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।