इस्लामाबाद: पाकिस्तान सरकार ने घोषणा की है कि उसने एमपॉक्स वायरस के प्रकोप से निपटने के लिए एक व्यापक नीति बनाई है और लोगों को इसके प्रसार को लेकर चिंता नहीं करनी चाहिए। प्रधानमंत्री के स्वास्थ्य समन्वयक डॉ मुख्तार अहमद ने संवाददाताओं को बताया कि देश में केवल एक मामला सामने आया है, जबकि सभी हवाई अड्डों और प्रवेश बिंदुओं पर निगरानी और जांच तंत्र मौजूद हैं। ‘एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान’ (एपीपी) ‘न्यूजवायर’ के अनुसार, अहमद ने यह भी कहा कि सभी प्रांतों और संघीय राजधानी में निदान के लिए प्रयोगशालाओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि अफ्रीका, अमेरिका और खाड़ी देशों से आने वाले यात्रियों की निगरानी की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय दैनिक आधार पर निरंतर निगरानी सुनिश्चित कर रहा है और सरकार भी स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है।
लोगों को दिए गए निर्देश
अहमद ने लोगों से अपील की है कि अगर उनके परिवार का कोई सदस्य यात्रा से लौटा है या किसी को एमपॉक्स के लक्षण हैं तो वह घर पर ही अलग-थलग हो जाए। उन्होंने लोगों को यह भी निर्देश दिया कि एमपॉक्स के कोई भी लक्षण दिखने पर वो किसी योग्य चिकित्सक से संपर्क करें और उनके निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि लक्षण दिखने में 10 से 15 दिन लग सकते हैं और रोगी के साथ बहुत अधिक समय बिताने से संक्रमण फैल सकता है।
पीएम शरीफ ने दिए निर्देश
अहमद ने कहा, ‘‘यह बेहतर है कि रोगी को अलग रखा जाए।’’ उन्होंने कहा कि एमपॉक्स के लिए बुखार की दवाओं का उपयोग किया जाता है। संबंधित घटनाक्रम में, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एमपॉक्स के मुद्दे पर एक बैठक की अध्यक्षता की और बीमारी के प्रसार पर कड़ी निगरानी रखने का आदेश दिया। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सभी हवाई अड्डों, बंदरगाहों और सीमाओं पर प्रभावी जांच सुनिश्चित की जाए। प्रधानमंत्री ने सीमा स्वास्थ्य सेवाओं को स्थिति पर पूरी निगरानी रखने के लिए कहा है। एमपॉक्स के मुद्दे पर उन्होंने एक प्रभावी जागरूकता अभियान शुरू करने के लिए कहा।
'जांच प्रक्रिया में तेजी लाई जाए'
इस बीच, इस्लामाबाद के उपायुक्त इरफान नवाज ने आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जांच के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रिया की समीक्षा करने के लिए इस्लामाबाद हवाई अड्डे का दौरा किया और निर्देश दिया कि संभावित एमपॉक्स मामलों की समय पर पहचान सुनिश्चित करने के लिए जांच प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी हवाई अड्डे पर तैनात हैं, जहां विदेश से आने वाले हर यात्री की पूरी तरह से जांच की जा रही है। एमपॉक्स (जिसे पहले मंकीपॉक्स कहा जाता था) निकट संपर्क के माध्यम से फैल सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने वायरस के नए प्रकार की पहचान के बाद गत सप्ताह इस बीमारी के हालिया प्रकोप को अंतरराष्ट्रीय रूप से चिंताजनक तथा सार्वजिक स्वास्थ्य आपात (पब्लिक हेल्थ इमरजेन्सी) घोषित किया था। (भाषा)
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