पाकिस्तान में पंजाब प्रांत की सरकार ने ईद पर होने वाली जानवरों की कुर्बानी को लेकर बड़ा फरमान जारी किया है। इस आदेश से 26/11 मुंबई हमले का मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद भी प्रभावित होगी। अगर आदेश का पालन किया गया तो इस बार हाफिज कुर्बान जानवरों की हड्डियों के लिए भी तरसेगा। दरअसल पाकिस्तान की पंजाब प्रांत की सरकार ने बुधवार को 84 प्रतिबंधित संगठनों की एक सूची जारी की, जो ईद-उल-अजहा के दौरान कुर्बान पशुओं के अवशेष एकत्र नहीं कर सकेंगे। इनमें 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के सरगना हाफिज सईद नेतृत्व वाले संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) की 10 तथाकथित धर्मार्थ शाखाएं भी शामिल हैं।
ईद-उल-अजहा का त्योहार बृहस्पतिवार को मनाया जाएगा। पाकिस्तान में लोग लाखों पशुओं की कुर्बानी करते हैं और आतंकवादी समूह उन जानवरों के अवशेष एकत्र करके उन्हें बेचते हैं और धन जुटाते हैं। पंजाब प्रांत के गृह विभाग ने स्थानीय समाचार पत्रों में 84 संगठनों की सूची के साथ एक अधिसूचना प्रकाशित कराई है। अधिसूचना में चेतावनी दी गई है कि प्रतिबंधित संगठनों को किसी तरह की वित्तीय सहायता (नकदी या कुर्बान पशुओं के अवशेष) देने वालों के खिलाफ आतंकवाद रोधी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।
आतंकी मारते थे हड्डियों पर झपट्टा
अभी तक ईद पर आतंकियों के संगठन कुर्बान हुए जानवरों की हड्डियों पर झपट्टा मारते थे और उसे इकट्ठा करके महंगे दामों पर बेचते थे। मगर अब अधिसूचना में विशेष रूप से उल्लेख किया गया है कि 84 प्रतिबंधित संगठनों में से 10 जेयूडी की धर्मार्थ शाखाएं हैं। इन शाखाओं में अल-नफल ट्रस्ट लाहौर, इदारा खिदमत-ए-खल्क लाहौर, अल-दावतुल इरशाद पाकिस्तान, अल हंद ट्रस्ट फैसलाबाद, अल-मदीना फाउंडेशन, माज़ बिन जबल एजुकेशन ट्रस्ट, फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन अल-फजल फाउंडेशन और अल आइसर फाउंडेशन लाहौर शामिल हैं। (भाषा)
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