Highlights
- शहबाज शरीफ ने विदेश से मिले गिफ्ट तोशाखाना में जमा करवाए।
- शरीफ को खाड़ी देशों से दो बेहद महंगी घड़ियां भी गिफ्ट में मिली थीं।
- इमरान खान पर विदेश से मिले गिफ्ट को बेचने का आरोप लगा था।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पर भले ही मनी लॉन्ड्रिंग के मुकदमे चल रहे हों, लेकिन उन्होंने इमरान खान के मुकाबले एक मामले में ‘शराफत’ दिखाई है। पाकिस्तान की सरकार ने बताया है कि शहबाज शरीफ ने हीरा जड़ित 2 घड़ियों सहित विदेशी हस्तियों से मिले सभी गिफ्ट तोशाखाने में जमा करा दिये हैं। पाकिस्तानी मीडिया में शरीफ के हवाले से एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि विदेशी हस्तियों से मिली 27 करोड़ रुपये की घड़ियों को भी आम जनता के ‘दर्शन’ के लिए रखा जाएगा।
इसलिए प्रदर्शनी पर लगाई गई हैं घड़ियां
अगर आप सोच रहे हैं कि सरकार शहबाज को मिली इन घड़ियों को जनता को क्यों दिखाना चाहती है तो आपको बता दें कि इसके पीछे एक बहुत ही खास वजह है। पाकिस्तान की सरकार चाहती है कि देश के लोग इन घड़ियों को देखेंगे तो उन्हें मित्र देशों के साथ पाकिस्तान के रिश्तों के बारे में जानकारी हो सकेगी। लोग इन गिफ्ट्स को प्रधानमंत्री के दफ्तर में देख सकेंगे, जहां प्रदर्शन के लिए एक खास इलाके का चुनाव भी कर लिया गया है।
‘शरीफ को मिले इमरान से ज्यादा महंगे गिफ्ट’
बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री शरीफ को गिफ्ट के तौर पर मिली चीजों में हीरा जड़ित 2 घड़ियां शामिल हैं जो खाड़ी देशों से मिली हैं। इन 2 घड़ियों में से एक की कीमत 10 करोड़ रुपये और दूसरी की कीमत 17 करोड़ रुपये है। इनके अलावा, प्रधानमंत्री शरीफ ने तोशाखाने में कफलिंक, अंगूठियां और पेन भी जमा कराये हैं। बयान के मुताबिक, शरीफ को पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान की तुलना में कहीं ज्यादा महंगे गिफ्ट मिले हैं।
इमरान पर लगे थे गिफ्ट बेचने के आरोप
बता दें कि विदेश से मिले गिफ्ट्स को लेकर इमरान खान हमेशा शहबाज शरीफ के निशाने पर रहे थे। शरीफ ने इमरान पर आरोप लगाया था कि उन्होंने गिफ्ट्स को तोशाखाने में रखवाने के बजाय बेच दिया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि इमरान ने दुबई में 14 करोड़ रुपये के हीरे के गहने बेच दिए थे जिससे देश के खजाने को नुकसान पहुंचा था। पाकिस्तान के कानून के मुताबिक, किसी विदेशी गणमान्य व्यक्ति से मिले किसी भी उपहार को तोशाखाना में जमा किया जाना चाहिए।