पेशावर: पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सरकारी कर्मचारियों को आधिकारिक रूप से चेतावनी जारी की गई है। चेतावनी में गया है कि वो जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी द्वारा रविवार को प्रस्तावित प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लें और सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल ना करें, वरना उन्हें इसके लिए गंभीर नतीजे भुगतने होंगे।
जारी किया गया पत्र
गृह मंत्रालय ने खैबर पख्तूनख्वा (केपी) के मुख्य सचिव को एक पत्र के माध्यम से यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि ‘‘राज्य मशीनरी, उपकरण, अधिकारी और धन’’ का उपयोग ‘‘राजनीतिक दल द्वारा राजनीतिक विरोध के लिए’’ नहीं किया जाना चाहिए। पत्र जारी होने के कुछ समय बाद सरकारी कर्मचारियों को चेतावनी से अवगत कराया गया। पख्तूनख्वा के महानिरीक्षक (आईजी) अख्तर हयात गंडापुर ने क्षेत्रीय पुलिस अधिकारियों (आरपीओ) को लिखे पत्र में उन्हें राजनीतिक गतिविधियों का हिस्सा नहीं बनने का निर्देश दिया है।
पीटीआई ने किया है प्रदर्शन का ऐलान
इमरान खान की कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) संघीय स्तर पर गठबंधन का नेतृत्व करती है, जबकि उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) का खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में शासन है। पीटीआई ने पिछले सप्ताह तीन मांगों को लेकर इस्लामाबाद तक एक लंबे मार्च का आह्वान किया है। इन मांगों में जेल में बंद पार्टी संस्थापक की रिहाई, आठ फरवरी के चुनावों के दौरान कथित ‘‘जनादेश की चोरी’’ और संविधान के हाल के 26वें संशोधन को रद्द करके न्यायपालिका की बहाली शामिल है। (भाषा)
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