इस्लामाबादः पाकिस्तान के नवनिर्वाचित संसद में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने आसानी से बहुमत हासिल कर लिया है। दोनों पार्टियों ने सर्वसम्मति से शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार चुन लिया है। ऐसा दूसरी बार हुआ है, जब शहबाज शरीफ को गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने के लिए प्रधानमंत्री चुना गया है। पाकिस्तान में आम चुनाव होने से पहले उनके भाई नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री बनाए जाने की चर्चा थी, लेकिन कहा जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना ने नवाज के सामने ऐसी शर्त रख दी कि शहबाज को दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने का मौका मिल गया।
बता दें कि शहबाज शरीफ पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई हैं। अब वह लगातार दूसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बन गए हैं। 72 वर्षीय शहबाज़, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की ओर से सर्वसम्मति से उम्मीदवार चुने गए हैं। उन्हें 336 सदस्यीय सदन में 201 वोट हासिल हुए हैं।
पीटीआई नेता को मिले सिर्फ 92 वोट
शहबाज के प्रतिद्वंद्वी और जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की ने भी अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की ओर से उमर अयूब खान को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था, लेकिन उन्हें 336 सदस्यीय सदन में सिर्फ 92 वोट ही मिल सके। जबकि पीटीआई के निर्दलीय समर्थकों ने 93 सीटें जीती हैं। पाकिस्तान में नई संसद का सत्र बुलाए जाने के बाद पीटीआई समर्थित सांसदों ने खूब हंगामा किया। इन सबके बीच शहबाज को पीएम पद का उम्मीदवार चुना गया। अब शहबाज शरीफ को सोमवार को राष्ट्रपति भवन ऐवान-ए-सद्र में प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी। पाकिस्तान में आम चुनाव कराने के लिए संसद भंग होने से पहले शहबाज़ ने अप्रैल 2022 से अगस्त 2023 तक गठबंधन सरकार के प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया था। (पीटीआई)
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