पाकिस्तान में पूर्व पीएम इमरान खान की सरकार गिरने के बाद से सियासी पारा उफान पर है। उनकी सरकार गिरने पर उन्होंने दावा किया कि अमेरिका ने इसके लिए विपक्षी दलों के साथ मिलकर साजिश रची है और पाकिस्तान में तख्तापलट किया गया है। इसके बाद खान ने देश में जल्दी चुनाव कराने की मांग के साथ हकीकी आजादी मार्च निकाला। इसी मार्च के दौरान गुरुवार को उनकी रैली पर गोलीबारी हो गई। जिसमें खान और उनकी पार्टी के कई लोगों को गोली लगी। जबकि एक शख्स की मौत हो गई। खुद पर हुए इस हमले को लेकर इमरान खान का कहना है कि उनकी हत्या की साजिश रची गई थी। उन्होंने इसका आरोप प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और आईएसआई के वरिष्ठ अधिकारी मेजर जनरल फैसल नसीर पर लगाया है।
इमरान खान के आरोपों को पाकिस्तान की सेना खारिज कर चुकी है। लेकिन खान लगातार देश का असल चेहरा दुनिया को दिखा रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अब राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को पत्र लिखकर कहा है कि वह सरकार में ‘दुष्ट तत्वों’ के हाथों सत्ता के ‘दुरुपयोग’ को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करें। रविवार को राष्ट्रपति को लिखे एक पत्र में, खान ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की सरकार हटने के बाद से, देश को “झूठे आरोपों, उत्पीड़न, गिरफ्तारी और हिरासत में प्रताड़ना के बढ़ते मामलों’’ का सामना करना पड़ा है।
अल्लाह ने मुझे बचा लिया- इमरान खान
एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार के अनुसार, 70 वर्षीय खान ने आरोप लगाया है कि गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह उन्हें 'बार-बार जान से मारने की धमकी' देते रहे हैं और उन्हें सूचना मिली थी कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी द्वारा उनकी हत्या कराने की साजिश रची जा रही है। खान ने कहा, ‘‘इस हफ्ते की शुरुआत में हमारे लॉन्ग मार्च के दौरान साजिश को अंजाम दिया गया, लेकिन अल्लाह ने मुझे बचा लिया और हत्या का प्रयास विफल हो गया।’’
गंभीर चीजों का संज्ञान लें- इमरान खान
उन्होंने राष्ट्रपति से कहा कि वह पाकिस्तान की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाली इन गंभीर चीजों का संज्ञान लें। पाकिस्तान के राष्ट्रपति अल्वी पीटीआई से ही जुड़े थे। खान ने उनसे आग्रह किया कि वह दोषियों की पहचान करने के लिए जांच का नेतृत्व करें और घटना के जिम्मेदार लोगों को दंडित कराएं।