Highlights
- इमरान खान करेंगे तारीख का ऐलान
- सरकार के खिलाफ होगा विरोध प्रदर्शन
- शहबाज शरीफ ने कहा सर्टिफाइड चोर
Pakistan Imran Khan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अगले पांच साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। चुनाव आयोग के इस फैसले से न केवल वो खुद बल्कि उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के दूसरे नेता भी बौखलाए हुए हैं। सभी ने चुनाव आयोग को चुनौती देने की बात कही है। इस बीच खान अब चुप बैठने के मूड में नहीं दिखाई दे रहे। उन्होंने शनिवार को कहा है कि वह नेशनल असेंबली को भंग करने और देश में मध्यावधि चुनाव की घोषणा करने के लिए दबाव बनाने को लेकर अगले सप्ताह अपने विरोध प्रदर्शन की तारीख का ऐलान करेंगे।
70 साल के इमरान खान को शुक्रवार को पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने देश के उपहारों की बिक्री से प्राप्त धन के बारे में सूचित करने में विफल रहने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया था। इसे तोशाखाना मामले के रूप में भी जाना जाता है। खान ने सांसद आजम स्वाति के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की, जिन्हें सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के खिलाफ उनके विवादास्पद ट्वीट के मामले में एक स्थानीय अदालत ने जमानत दी है। खान ने कहा, ‘मैं बृहस्पतिवार या शुक्रवार को ‘लॉन्ग मार्च’ की तारीख की घोषणा करूंगा।’
खान ने यह भी पुष्टि की कि उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ संघीय सरकार के साथ बातचीत कर रही है, लेकिन उन्होंने कहा कि वह किसी सार्थक परिणाम की उम्मीद नहीं कर रहे। खान ने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार हाल में संपन्न उपचुनावों में हार के बाद आम चुनाव कराने से डर रही है।
प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा सर्टिफाइड चोर
पाकिस्तान के वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ चुनाव आयोग के फैसले से काफी खुश हैं। उन्होंने शनिवार को इमरान खान को ‘प्रमाणित चोर’ करार दिया। लाहौर में संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा कि खान को ‘प्रमाणित झूठा और चोर’ साबित कर दिया गया है। हालांकि, उन्होंने आगाह किया कि यह खुशी का नहीं, बल्कि गहन सोच विचार करने का क्षण है। शरीफ ने कहा कि खान ने देश के तोशाखाना से रियायती मूल्य पर खरीदे गए उपहारों को भारी मुनाफे पर बेचा। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें उपहारों की नीलामी करनी चाहिए थी और आय को सरकारी खजाने में जमा करना चाहिए था।
शरीफ ने कहा कि उन्हें भी एक निश्चित राशि का भुगतान करके आधिकारिक उपहार खरीदने के बारे में कैबिनेट डिवीजन से एक पत्र मिला था। उन्होंने कहा, ‘मैंने पत्र का जवाब देते हुए कहा, ‘नहीं, शुक्रिया’ और तोशाखाना में (उपहार) जमा कर दिया।’ शरीफ ने कहा कि आधिकारिक उपहारों को अब प्रधानमंत्री आवास में प्रदर्शित किया जा रहा है ताकि इस धारणा को दूर किया जा सके कि वे गायब हो गए हैं। उन्होंने खान पर स्थानीय कानूनों का उल्लंघन करके इस्लामाबाद के उपनगरीय इलाके में अपना बानी गाला आवास बनाने और बाद में सत्ता में रहने पर इसे वैध बनाने का भी आरोप लगाया।
शरीफ ने खान के इन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि अयोग्यता के फैसले में पूर्व प्रधानमंत्री और उनके भाई नवाज शरीफ शामिल थे। प्रधानमंत्री ने ‘फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स’ (एफएटीएफ) की ‘ग्रे लिस्ट’ से बाहर निकलने पर पाकिस्तान को बधाई दी। तोशाखाना की स्थापना 1974 में हुई थी। यह कैबिनेट डिवीजन के प्रशासनिक नियंत्रण के अंतर्गत एक विभाग है और शासकों, सांसदों, नौकरशाहों और अधिकारियों को अन्य सरकारों और राष्ट्रों के प्रमुखों और विदेशी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दिए गए कीमती उपहारों को संग्रहित करता है।