Highlights
- पाकिस्तान सरकार राहत कार्यों में मदद के लिए सेना को लगा रही है।
- बाढ़ की वजह से पाकिस्तान में 3.3 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।
- बाढ़ ने पाकिस्तान के बलोचिस्तान और सिंध में ज्यादा तबाही मचाई है।
Pakistan Floods: पाकिस्तान में पिछले कुछ दिनों में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई हुई है। हालात इस कदर खराब हो चुके हैं कि पाकिस्तान की सरकार ने बचाव एवं राहत कार्य के लिए सेना को बुलाने का फैसला लिया है। गृह मंत्री राणा सनाउल्ला ने शनिवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि संविधान के अनुच्छेद 245 के तहत सेना को बुलाया जा रहा है। पाकिस्तान में पिछले कुछ सालों में आई यह सबसे भयावह बाढ़ है और इससे हर 7 में से एक पाकिस्तानी यानी कि 3.30 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं।
बाढ़ से सैकड़ों लोगों की मौत
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के मुताबिक, पाकिस्तान में बाढ़ के कारण अब तक 982 लोगों की मौत हो चुकी है और पिछले 24 घंटे में 45 लोगों की जान चली गई। NDMA ने कहा कि पिछले 24 घंटे में 1,456 और लोग घायल हुए। हालांकि अनाधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, बाढ़ में जान गंवाने वाले और घायल होने वाले लोगों की संख्या आधिकारिक आंकड़े से बहुत ज्यादा है। गृह मंत्री सनाउल्ला ने कहा कि बाढ़ की ऐसी स्थिति एक दशक से भी ज्यादा समय बाद उत्पन्न हुई है और सशस्त्र बलों को तैनात किया जा रहा है।
बाढ़ से देश में बह गए 149 पुल
सनाउल्ला ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 245 के तहत सेना को बुलाया जा रहा है जिसके मुताबिक इमरजेंसी के समय सरकार जनता की सहायता के लिए सेना को बुला सकती है। शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया कि संबंधित प्रांतीय सरकारों द्वारा सेना मुख्यालय के साथ सलाह करके सैनिकों की संख्या और तैनाती के क्षेत्र पर फैसला लिया जाएगा। बाढ़ से देश का इंफ्रास्ट्रक्चर बुरी तरह प्रभावित हुआ है और NDMA के मुताबिक, 3161 किलोमीटर सड़कें खराब हो गई हैं, 149 पुल बह गए और 6,82,139 घर आंशिक रूप से या पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
57 लाख लोगों के सिर पर छत नहीं
बाढ़ के कहर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके कारण पाकिस्तान का लगभग आधा हिस्सा डूब गया है और 110 जिलों में 57 लाख से ज्यादा लोग बिना आश्रय और खाने के हैं। इस आपदा से सिंध और बलोचिस्तान सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं और पाकिस्तान रेलवे ने कई स्थानों पर सेवाएं निलंबित कर दी हैं। पर्यावरण मंत्री शेरी रहमान के अनुसार, देश में हर साल 3 से 4 बार बारिश के दौर आते थे लेकिन इस बार मॉनसून के 8 दौर आ चुके हैं तथा और बारिश होने की आशंका है।
शहबाज शरीफ ने की हाई प्रोफाइल बैठक
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस्लामाबाद स्थित राजदूतों, उच्चायुक्तों और अन्य चुनिंदा राजनयिकों के साथ शुक्रवार को एक बैठक की और उन्हें देश में बाढ़ की भयावह स्थिति की जानकारी दी। इस बैठक में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, चीन, जापान, कुवैत, यूएई, तुर्किये, दक्षिण कोरिया, अमेरिका, जर्मनी, बहरीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, ओमान, कतर, ब्रिटेन और सऊदी अरब के राजनयिकों, राजदूतों और उच्चायुक्तों ने भाग लिया। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, विश्व खाद्य कार्यक्रम के प्रतिनिधि भी इस बैठक में शामिल थे। शरीफ ने कहा कि अचानक आई बाढ़ और बारिश के कारण 3.3 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।