इस्लामाबाद: प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पद संभालने के बाद अपनी पहली कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता करने के बाद बुधवार को कहा कि पाकिस्तान कर्ज में डूब रहा है और इस नाव को किनारे तक पहुंचाना नई सरकार का काम है। शरीफ ने कैबिनेट को संबोधित करते हुए कहा, "मैं इसे युद्ध कैबिनेट मानता हूं क्योंकि आप गरीबी, बेरोजगारी, मुद्रास्फीति के खिलाफ लड़ रहे हैं। यह सभी समस्याओं के खिलाफ युद्ध है...।" उनके संबोधन का सरकारी मीडिया द्वारा प्रसारण किया गया।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार विभिन्न मुद्दों को हल करने में बुरी तरह नाकाम रही। उन्होंने विचार विमर्श की "गहन और निरंतर" प्रक्रिया के जरिए देश, विशेष रूप से गरीब परिवारों को राहत मुहैया कराने पर जोर दिया। शरीफ ने मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए सहयोगी दलों को धन्यवाद दिया और समस्याओं को दूर करने के लिए कैबिनेट सहयोगियों की क्षमताओं की सराहना की।
उन्होंने अपने गठबंधन सहयोगियों को धन्यवाद देते हुए कहा, "आज एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि हमने भ्रष्ट सरकार को हटाकर संवैधानिक और कानूनी रूप से पदभार ग्रहण किया है।" उन्होंने कहा, ‘‘यह गठबंधन पाकिस्तान के इतिहास में सबसे व्यापक है। यह गठबंधन पार्टियों के विभिन्न राजनीतिक दृष्टिकोणों के बावजूद लोगों की सेवा करेगा।’’ शरीफ ने कहा कि यह कैबिनेट "अनुभव और युवाओं का संयोजन" है।
कई मुद्दों का जिक्र करते हुए, उन्होंने कहा कि बिजली की कमी और भारी कर्ज देश के सामने प्रमुख मुद्दों में से एक है। उन्होंने कहा, "देश कर्ज में डूब रहा है लेकिन हमें इसकी नाव को किनारे तक ले जाना है।"
(इनपुट- भाषा)