इस्लामाबाद: खस्ताहाली और बदहाली से पहले से ही परेशान चल रहा पाकिस्तान अब कर्ज लेकर घी पीने की राह पर चल पड़ा है। इस बार पाकिस्तान ने विश्व बैंक से 20 अरब अमेरिकी डॉलर का भारी-भरकम कर्ज मांगा है। बता दें कि पिछले कई वर्षों से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बदहाल हो चुकी है। पाकिस्तानियों के भूखों मरने की नौबत आ गई है। चीन, रूस, अमेरिका, सऊदी अरब जैसे तमाम देशों से पाकिस्तान ने उधारी ले रखी है, लेकिन उसकी कंगाली अब तक दूर नहीं हुई है। लिहाजा अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कर्ज लेकर घी पीने की राह पकड़ ली है।
मतलब साफ है कि कर्ज लो, उस पैसे से मौज करो और उसे लौटाना भूल जाओ। इसकी वजह यह भी है कि पाकिस्तान के पास पहले से भी बहुत सारा कर्ज है। अधिकांश कर्ज की किश्तों को भी वह वापस नहीं कर पा रहा है, लेकिन अब विश्व बैंक पाकिस्तान के लिए 20 अरब अमेरिकी डॉलर के सांकेतिक ऋण पैकेज को मंजूरी देने की प्रक्रिया में है। मीडिया की एक रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए कहा गया है कि यह एक अग्रणी 10-वर्षीय पहल है, जो विश्व बैंक द्वारा वित्तपोषित परियोजनाओं को राजनीतिक बदलावों से बचाएगी और छह लक्षित क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी। ‘
अगले 10 दिनों में विश्व बैंक दे सकता है मंजूरी
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार ने आधिकारिक दस्तावेजों का हवाला देते हुए बताया कि ‘पाकिस्तान देश भागीदारी ढांचा 2025-35’ नामक इस कार्यक्रम का उद्देश्य सबसे उपेक्षित, लेकिन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सामाजिक संकेतकों में सुधार करना है। इस ‘देश भागीदारी ढांचे’ को विश्व बैंक बोर्ड द्वारा 14 जनवरी को मंजूरी दी जानी है, जिसके बाद वैश्विक ऋणदाता के दक्षिण एशिया के उपाध्यक्ष मार्टिन रेजर के भी इस्लामाबाद आने की उम्मीद है। (भाषा)