Pakistan-Afghanistan News: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच दुश्मनी की खाई और गहरी होती जा रही है। अफगान शरणार्थियों के साथ बुरा बर्ताव करके वापस अफगानिस्तान भेजने की पाकिस्तानी कार्रवाई से पहले ही अफगानिस्तान और पाकिस्तान में तनातनी है। इसी बीच पाकिस्तान ने अफगानी राजदूत को तलब कर अफगानिस्तान में छिपे एक खतरनाक आतंकवादी को सौंपने की मांग की है।
जिसका प्रत्यर्पण मांगा, वो खैबर-पख्तूनख्वा में हमले के लिए था जिम्मेदार
जानकारी के अनुसार पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को अफगान राजनयिक मिशन के प्रमुख को तलब किया और कथित तौर पर उनके देश में छिपे एक प्रमुख आतंकवादी हाफिज गुल बहादुर के प्रत्यर्पण की मांग की। सेना ने सोमवार को कहा था कि रविवार को खैबर-पख्तूनख्वा के बन्नू इलाके में आत्मघाती हमले के लिए बहादुर का समूह जिम्मेदार था।
दो नागरिकों की हुई थी मौत
बन्नू इलाके में हुए हमले में दो नागरिकों की मौत हो गई थी, जबकि सुरक्षा बलों के तीन जवानों सहित 10 अन्य व्यक्ति घायल हो गए। सेना ने कहा था कि मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए आत्मघाती हमलावर की पहचान एक अफगान नागरिक के रूप में हुई। इसका मकसद सुरक्षा बलों के काफिले को निशाना बनाना था। ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर में कहा गया है कि अफगान राजनयिक ने हमले की कड़ी निंदा की और तालिबान सरकार को गंभीर चिंता व्यक्त करने को कहा। सूत्रों से पता चला है कि अफगान प्रतिनिधि ने चार प्रमुख मांगें रखीं। इनमें बन्नू हमले की पूरी जांच और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग शामिल है। अफगान तालिबान के प्रतिनिधि को हाफिज गुल बहादुर को पकड़कर पाकिस्तान को सौंपने के लिए कहा गया।
सत्ता में आने के बाद से ही तालिबान से खटाई में है पाकिस्तान के रिश्ते
जब से अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार सत्ता में आई है, तभी से पाकिस्तान के साथ उसके ताल्लुकात खटाई में चल रहे हैं। वहीं पाकिस्तान ने अपने देश से अफगान शरणार्थियों को जिस तरह से अफगानिस्तान वापस जाने के लिए कार्रवाई की है, उससे तालिबान और भी चिढ़ा हुआ है। पाकिस्तान की इस कार्रवाई का जवाब देने के लिए पिछले दिनों अफगानिस्तान ने ऐसा कदम उठाया है कि पाकिस्तान भी हक्का बक्का रह गया। अफगानिस्तान ने हजारों पाकिस्तानी ट्रकों को रोक दिया। ये ट्रक पाकिस्तान की ओर से अफगानिस्तान आने वाले ट्रक हैं, जिन्हें तोरखाम सीमा पर रोक दिया गया। पाकिस्तान ने भी इस प्रक्रिया में अफगानिस्तान ने पाकिस्तान के साथ व्यापार बंद कर दिया।