Highlights
- पाकिस्तान में बाढ़ ने खूब तबाही मचाई
- 80 करोड़ डॉलर की मदद मांगी है
- 20 करोड़ लोगों को आश्रय देने की जरूरत
Pakistan Floods: संयुक्त राष्ट्र और पाकिस्तान ने विनाशकारी बाढ़ से प्रभावित लाखों पाकिस्तानियों के पुनर्वास के लिए संयुक्त रूप से 80 करोड़ डॉलर की सहायता की ताजा अपील की है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी। सोमवार को जिनेवा में एक कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र की नयी अपील में इस वैश्विक निकाय ने पाकिस्तान के लिए अपनी मानवीय सहायता अपील 16 करोड़ डॉलर से पांच गुना बढ़ाकर 81.6 करोड़ डॉलर कर दी। इसने कहा है कि देश में बाढ़ की विभीषिका से अब भी जूझ रहे विभिन्न क्षेत्रों से जलजनित बीमारियों की खबरें आई हैं जिस पर नियंत्रण के प्रयास जारी हैं।
विदेश मंत्रालय के अनुसार इस कार्यक्रम में जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने बाढ़ प्रभावितों के लिए तत्काल चिकित्सा सहायता तथा नजदीक आ रही सर्दी से उन्हें बचाने के लिए उचित प्रयास की जरूरत पर बल दिया। मंत्री ने कहा, ‘‘5,98,000 लोगों को आश्रय उपलब्ध कराए जाने के बावजूद 75 लाख प्रभावित लोग अब भी सूखी जमीन के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। पाकिस्तान में विनाशकारी बाढ़ ने 3.3 करोड़ लोगों को प्रभावित किया है जिसके चलते लगभग 1,700 लोगों की जान चली गयी है। बाढ़ से फसलें नष्ट हो गयी हैं और लोगों के सामने जरूरी वस्तुओं की किल्लत से संकट जैसी स्थिति पैदा हो गयी है।
मुश्किल हालातों में रह रहे पाकिस्तान के लोग
रहमान ने कहा कि 40 लाख लोग ऐसे क्षेत्रों में रह रहे हैं जहां तापमान घटकर शून्य रह गया है और गर्म क्षेत्रों में भी पारा लुढ़ककर 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे चला गया है। उन्होंने कहा कि भीषण बारिश से पाकिस्तान का एक तिहाई क्षेत्र बाढ़ में डूब गया। मानवीय मामले एवं आपात राहत समन्वयक अवर महासचिव (संयुक्त राष्ट्र) मार्टिन ग्रिफिथ्स ने कहा कि पाकिस्तान के लोग जलवायु परिवर्तन का सामना करने तथा इसके परिणाम से निपटने के लिए तैयार होने में दुनिया की निष्क्रियता की मार झेल रहे हैं।
20 लाख लोगों को आश्रय देने की जरूरत
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान ने यह संकट पैदा नहीं किया है और वह अनचाहे ढंग से इसका शिकार हो गया है... हमें 20 लाख से अधिक परिवारों को आश्रय और जरूरी पारिवारिक वस्तुएं देने की जरूरत है।’’ विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख डॉ. टेड्रोस एधनोम ने कहा कि बाढ़ से पाकिस्तान की 10 फीसद स्वास्थ्य सुविधाएं क्षतिग्रस्त हो गयी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘दवाइयों एवं चिकित्सा आपूर्ति के भंडार या तो सीमित हैं या बह गए हैं। हमें पाकिस्तान का सहयोग करने के लिए मिलकर आगे बढ़ना चाहिए।’’