इस्लामाबाद: पाकिस्तान पिछले कुछ सालों से लगातार आर्थिक और राजनीतिक उथल-पुथल देख रहा है। एक तरफ जहां महंगाई ने आम जनता की कमर तोड़कर रख दी है, वहीं दूसरी तरफ पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और सरकार के बीच जारी रस्साकशी ने देश में सियासी मुश्किलें पैदा कर दी हैं। इन सबके बीच इमरान खान ने एक बार फिर देश में नए सिरे से चुनाव करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि अगर देश को सियासी और आर्थिक बदहाली से बाहर निकालना है तो चुनाव कराना ही होगा।
इमरान खान ने किया ट्वीट
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता इमरान ने एक ट्वीट कर देश में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की है। इमरान ने एक ट्वीट में लिखा, 'पाकिस्तान को इस राजनीतिक और आर्थिक संकट से बाहर निकालने का एकमात्र उपाय स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव है।' बता दें कि इमरान खान नए सिरे से चुनाव कराने की मांग करते हुए लगातार रैलियां निकाल रहे हैं और उन्हें पाकिस्तानी आवाम का भारी समर्थन भी मिलता दिख रहा है। हालांकि दूसरी तरफ प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार पूरी ताकत से इमरान समर्थकों के धरने-प्रदर्शन से निपटने की कोशिश कर रही है।
‘तब तक कोई बातचीत नहीं’
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि इमरान खान जब तक अपनी ‘गलतियों को स्वीकार नहीं’ कर लेते और सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांग लेते, तब तक सरकार और उनके बीच कोई बातचीत नहीं होगी। इमरान को ‘धोखेबाज’ करार देते हुए शरीफ ने कहा, ‘मेरा मानना है कि उस व्यक्ति के साथ कोई बातचीत नहीं की जा सकती जो हर चीज पर-भले ही वह कोविड-19 हो, देश में आतंकवाद की स्थिति हो, शीर्ष समिति की बैठक हो या कश्मीर सम्मेलन हो, हर बार बातचीत के निमंत्रण को लगातार अस्वीकार करता रहा है।’
पाकिस्तान में बुरे हैं हालात
पाकिस्तान में छायी बदहाली का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां के पंजाब प्रांत में मुफ्त आटा लेने की कोशिश में महिलाओं समेत कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई से राहत देने के लिए सरकार द्वारा विशेष रूप से पंजाब प्रांत में गरीबों के लिए मुफ्त आटा योजना शुरू किए जाने के बाद सरकारी वितरण केंद्रों पर कई लोगों की मौत की सूचना मिली। इस योजना का उद्देश्य इमरान खान की बढ़ती लोकप्रियता को कम करना है।