Highlights
- सेना ने राष्ट्रपति दामिबा को किया सत्ता से बेदखल
- कप्तान इब्राहिम त्रोरे ने संभाली देश की कमान
- संयुक्त राष्ट्र ने शांति पर दिया जोर
Burkina Faso coup:वैसे तो तख्तापलट की बात सामने आते ही सबसे पहले ध्यान पाकिस्तान की ओर जाता है। पाकिस्तान में लंबे समय से तख्तापलट की चर्चाएं भी चल रही हैं। वहीं इन दिनों चीन में भी कई हफ्ते से कुछ ऐसी ही आशंकाएं हवा में तैर रही हैं। कहा जा रहा है कि चीन में तख्तापलट हो गया है या होने वाले है। हालांकि अभी तक इस बारे में पुष्टि नहीं हुई है। मगर इसी बीच एक ऐसे देश में तख्तापलट हो गया, जिसका कि हो सकता है आप नाम भी पहली बार सुन रहे हों। यह तख्तापलट बुर्किना फासो में हुआ है। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने इस घटना पर गहरी चिंता जताई है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने तख्तापलट के बाद बुर्किना फासो की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए इसे खतरनाक बताया है। गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने शनिवार को एक बयान में कहा, महासचिव "हथियारों के बल पर सत्ता पर कब्जा करने के किसी भी प्रयास की कड़ी निंदा करते हैं और सभी नेताओं से हिंसा से परहेज करने और बातचीत करने का आह्वान करते हैं। ताकि लोकतंत्र कायम रहे।
सेना ने राष्ट्रपति दामिबा को किया सत्ता से बेदखल
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार बुर्किना फासो की सेना ने अपने देश में तख्तापलट करके सबको हैरान कर दिया है। खबरों के अनुसार कप्तान इब्राहिम त्रोरे ने शुक्रवार शाम को राष्ट्रपति दामिबा को सत्ता से बेदखल करने की घोषणा की। शुक्रवार सुबह राजधानी औगाडौगौ में गोलियों की आवाज सुनी गई। सैनिकों द्वारा राष्ट्रपति भवन, सार्वजनिक टेलीविजन और शहर के कुछ रणनीतिक बिंदुओं तक पहुंच को अवरुद्ध कर दिया गया।
संयुक्त राष्ट्र ने शांति पर दिया जोर
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने देश में संवैधानिक व्यवस्था में वापसी की दिशा में क्षेत्रीय प्रयासों के लिए अपना पूर्ण समर्थन दिया है। बुर्किना फासो को देश के कुछ हिस्सों में सक्रिय आतंकवादी समूहों और आपराधिक नेटवर्क से लड़ने के लिए शांति, स्थिरता और एकता की जरूरत बताई है। ताकि लोगों में डर और भय का माहौल नहीं पनपे।
गुटेरेस ने बुर्किना फासो के लोगों के साथ टिकाऊ शांति और स्थिरता की दिशा में उनके प्रयासों में साथ देने के लिए संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबद्धता की बात भी दोहराई। तख्तापलट इस साल बुर्किना फासो में दूसरा तख्तापलट था। इससे पहले 24 जनवरी को राष्ट्रपति रोच काबोरे को उखाड़ फेंका गया था, और दामिबा ने 16 फरवरी को शपथ ली थी।
पाकिस्तान में कई बार हो चुका है तख्तापलट
पाकिस्तान में कई बार तख्तापलट हो चुका है। आखिरी बार जनरल परवेज मुशर्ऱफ ने तख्तापलट किया था। मुशर्रफ ने तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को वर्ष 1999 में सत्ता से बेदखल कर दिया था। परवेज मुशर्रफ इसके बाद खुद जनरल और राष्ट्रपति बन गए थे। इसी दौरान भारत में घुसपैठ शुरू करवा दी थी। इसे लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच में कारगिल युद्ध हुआ। इस युद्ध में पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा।