कोलंबो: श्रीलंका के संसदीय चुनावों में राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके की नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) की शानदार जीत हुई है। लिहाजा अब श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री की तलाश तेज हो गई है। सोमवार को देश के नए प्रधानमंत्री और मंत्रिमंडल की नियुक्ति का काम पूरा हो जाएगा। एनपीपी ने शुक्रवार को संसदीय चुनाव में रिकॉर्ड जीत हासिल की। एनपीपी ने शुक्रवार को संसदीय चुनाव में दो तिहाई बहुमत हासिल कर लिया और देश के तमिल अल्पसंख्यकों के गढ़ जाफना निर्वाचन क्षेत्र में भी अपना प्रभुत्व स्थापित कर दिया।
पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता तिल्विन सिल्वा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम सोमवार को मंत्रिमंडल की नियुक्ति करेंगे, जिसमें 25 मंत्री शामिल हो सकते हैं, हालांकि यह संख्या 23 या 24 से भी कम हो सकती है।’’ श्रीलंका के संविधान के अनुच्छेद 46 के अनुसार, कैबिनेट मंत्रियों की कुल संख्या 30 तक सीमित है। उप-मंत्रियों की संख्या कुल मिलाकर 40 से अधिक नहीं होगी। सिल्वा ने बताया कि उप-मंत्रियों की संख्या अधिक हो सकती है।
जनता के लिए लागत कम करेगी एनपीपी
उन्होंने कहा, ‘‘हमें बड़े मंत्रालय के विषयों को संभालने के लिए अतिरिक्त उप-मंत्रियों की नियुक्ति करनी पड़ सकती है।’’ एनपीपी जनता के लिए लागत कम करने के लिए हमेशा से छोटी सरकार की वकालत करती रही है। एनपीपी ने सितंबर में राष्ट्रपति चुनाव जीता था तब से देश की सरकार राष्ट्रपति सहित केवल तीन मंत्रियों के साथ काम कर रही थी। देश में हुए संसदीय चुनाव में एनपीपी को कुल मतों में से 61.
56 प्रतिशत मत प्राप्त हुए हैं। (भाषा)