पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तारी के बाद से ही पाकिस्तान हिंसा और आक्रोश की आग में जल उठा है। इमरान खान की गिरफ्तारी के विरोध में जगह-जगह वाहनों, इमारतों और दफ्तरों को आग के हवाले किया जा रहा है। इमरान की पार्टी के कार्यकर्ता और उनके समर्थक सड़कों पर उतरकर लगातार तोड़फोड़ और आगजनी कर रहे हैं। इस बीच आ रही एक खबर ने सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को चौंका दिया है। कहा जा रहा है कि अब पाकिस्तानी सेना के अंदर भी भीषण विद्रोह की आग भड़क उठी है। 6 बड़े आर्मी अफसर पाक सेनाध्यक्ष और पाकिस्तान की सरकार के खिलाफ हो गए हैं। यह दावा पाकिस्तानी सेना के ही एक सेवा निवृत्त अफसर ने किया है।
पाकिस्तानी सेना के मेजर आदिल राजा (सेवानिवृत्त) ने एक ट्वीट करके दावा किया है कि सेना के 6 लेफ्टिनेंट जनरल खुले तौर पर पाक सेनाध्यक्ष असीम मुनीर और सत्तारूढ़ पाकिस्तान डेमोक्रेटिव मूवमेंट (पीडीएम) के खिलाफ हो गए हैं। आदिल राजा के दावे के अनुसार पाकिस्तानी सेना के आसिफ गफूर, असीम मलिक, नौमान जाकरिया, सकीब मलिक, सलमान घानी और सरदार हसन अजहर खुले तौर पर पाक सेनाध्यक्ष असीम मुनीर और पीडीएम की खिलाफत कर रहे हैं। साथ ही वह पाकिस्तान के राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और चेयरमैन ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (सीजेसीएससी) द्वारा समाधान का समर्थन कर रहे हैं। इस लिहाज से पाकिस्तान के लिए अगले 48 से 72 घंटे काफी अहम बताए जा रहे हैं।
अगले 72 घंटे में हो सकता है पाकिस्तान के भविष्य का फैसला
पाकिस्तानी सेना के 6 लेफ्टिनेंट जनरलों का एक साथ होकर पाक सेनाध्यक्ष व पीएम शहबाज सरकार के खिलाफ होना और राष्ट्रपति समेत, चीफ जस्टिस और सीजेसीएसई के समाधान प्रस्तावओं का समर्थन करने से साफ है कि अगले 48 से 72 घंटे पाकिस्तान के भविष्य के लिए काफी अहम हैं। पाकिस्तान अब गृहयुद्ध के बिलकुल मुहाने पर आकर खड़ा हो गया है। जगह-जगह हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी को नियंत्रित करने के लिए जिस तरह से पाक सेना की तैनाती बढ़ाई जा रही है, उससे भी कई संकेत मिल रहे हैं।
इनमें से कई लेफ्टिनेंट जनरल ऐसे हैं, जिनका नाम पाकिस्तान सेनाध्यक्ष बनने की रेस में भी शामिल था। मगर आखिरकार पीएम शहबाज की पहली पसंद असीम मुनीर बने। इसके बाद उन्हें आर्मी चीफ बनाया गया। मगर अब असीम मुनीर समेत पीएम शहबाज शरीफ की मुश्किल बढ़ सकती है। सवाल उठ रहा है कि क्या पाकिस्तान में गृह युद्ध हो जाएगा और उसके बाद मौजूदा सेनाध्यक्ष व पीएम को हटाकर देश की कमान सेना के नए नेतृत्व के हाथों जा सकती है।