प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय सेना को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। अपने 8 वर्षों के कार्यकाल में ही पीएम मोदी ने वह कर दिखाया है, जिसके बारे में जानकर आप का सीना भी गर्व से चौड़ा हो जाएगा। पीएम मोदी ने कश्मीर को लद्दाख से जोड़ने वाले सबसे महत्वपूर्ण हाईवे का तोहफा दिया है। इसकी कुल लंबाई 31 किलोमीटर है, जिसमें 13 किलोमीटर लंबी "जोजिला सुरंग" भी है। जो सामरिक दृष्टि से भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
आप बता दें कि सर्दी के मौसम में पड़ने वाली बर्फ से कश्मीर को लद्दाख से जोड़ने वाला रास्ता कट जाया करता था। वैसे भी पुराना रास्ता इतना लंबा था कि जवानों को कश्मीर से सामान्य मौसम में भी लद्दाख पहुंचने में अभी तक दिनों- दिन लग जाते थे। मगर अब कश्मीर घाटी की रूह कंपा देने वाली सर्दी और बर्फ का बर्फीला बवंडर भी भारतीय सैनिकों का रास्ता नहीं रोक पाएगा। महज कुछ मिनटों में ही सेना के जवान और उनके वाहन घाटी में बन रही "जोजिला सुरंग" के जरिए कश्मीर से लद्दाख तक दुश्मन का सीना रौंदने के लिए पहुंच जाएंगे। इसका निर्माण वर्ष 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा।
11,578 फुट की ऊंचाई पर जोजिला दर्रे में बनाई जा रही सुरंग
कश्मीर घाटी को लद्दाख क्षेत्र से जोड़ने वाली सामरिक रूप से महत्वपूर्ण जोजिला सुरंग के निर्माण का काम पूरी गति से चल रहा है और लगभग 40 प्रतिशत खुदाई का काम पूरा हो चुका है। निर्माण कंपनी ने उम्मीद जताई है कि यह परियोजना दिसंबर, 2026 तक पूरी हो जाएगी। श्रीनगर-करगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर 11,578 फुट की ऊंचाई पर जोजिला दर्रे में निर्माणाधीन यह सुरंग परियोजना सामरिक महत्व रखती है, क्योंकि सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण राजमार्ग बंद हो जाता है, जिससे लद्दाख क्षेत्र का कश्मीर घाटी से संपर्क टूट जाता है। जोजिला सुरंग कश्मीर के गांदेरबल जिले में बालटाल को लद्दाख में करगिल जिले के द्रास कस्बे में मिनीमार्ग को जोड़ेगी।
31 किलोमीटर मार्ग में सुरंग की लंबाई होगी 13 किमी
सोनमर्ग से बालटाल तक 18 किलोमीटर लंबा संपर्क मार्ग है जबकि मुख्य सुरंग की लंबाई 13 किलोमीटर है। भारत सरकार की यह परियोजना बेहद क्रांतिकारी है। सोनमर्ग से मिनीमार्ग तक इस परियोजना की कुल लंबाई 31 किलोमीटर है। सोनमर्ग से बालटाल तक 18 किलोमीटर लंबा मार्ग है और उसके बाद बालटाल से मिनीमर्ग तक मुख्य सुरंग 13 किलोमीटर की है। जनवरी में बार-बार हिमस्खलन होने के कारण दो महीने तक काम बंद करना पड़ा था। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की अगुआई वाली सड़क परिवहन और राजमार्ग पर संसदीय सलाहकार समिति इस परियोजना का निरीक्षण करने के लिए सोमवार को पहुंच रही है।