उत्तर कोरिया ने क्रूज मिसाइलों के परीक्षण करने के बाद अब पानी के नीचे हमले वाले परमाणु ड्रोन का परीक्षण किया है। कोरिया की समाचार एजेंसी केसीएनए ने आज शुक्रवार को बताया कि किम जोंग उन के मार्गदर्शन में इस नए परमाणु परीक्षण को पूरा किया गया है। उत्तर की राज्य समाचार एजेंसी ने मंगलवार से गुरुवार तक हुए इस हथियार परीक्षण और फायरिंग ड्रिल के दौरान क्रूज मिसाइल दागने की पुष्टि की।
59 घंटे से ज्यादा समय तक पानी के भीतर रहा ड्रोन
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ड्रिल के दौरान उत्तर कोरियाई ड्रोन ने 59 घंटे से ज्यादा समय तक पानी के भीतर रहा और गुरुवार को अपने पूर्वी तट से पानी में विस्फोट कर दिया। हालांकि, उसने ड्रोन की परमाणु क्षमता के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है। स्थानीय मीडिया ने बताया कि ड्रोन प्रणाली का मकसद दुश्मन के जल क्षेत्र में चुपके से हमला करना और नौसेना के स्ट्राइकर समूहों और प्रमुख परिचालन बंदरगाहों को नष्ट करना है।
ड्रोन को किसी भी तट और बंदरगाह पर किया जा सकता है तैनात
कोरिया की समाचार एजेंसी केसीएनए के मुताबिक, पानी के भीतर हमला करने वाले इस परमाणु ड्रोन को किसी भी तट और बंदरगाह पर तैनात किया जा सकता है। वहीं, ऑपरेशन के लिए सतह से किसी भी जहाज से खींचकर लाया जा सकता है। एक अलग फायरिंग ड्रिल में उत्तर कोरिया ने यह भी पुष्टि की कि उसने सामरिक परमाणु हमला मिशनों को अंजाम देने के लिए बुधवार को चार क्रूज मिसाइलें दागीं।
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