सियोल: उत्तर कोरिया ने नई अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण की पुष्टि की है। कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने बताया कि बृहस्पतिवार को किम जोंग उन के आदेश पर यह परीक्षण किया गया। केसीएनए ने कहा कि इसकी उड़ान पहले परीक्षण की गई किसी भी मिसाइल की तुलना में अधिक थी। केसीएनए के अनुसार किम परीक्षण स्थल पर मौजूद थे।
किम ने बताया उचित सैन्य कार्रवाई
न्यूज एजेंसी ने किम के हवाले से कहा कि यह परीक्षण “एक उचित सैन्य कार्रवाई” थी, जो अपने दुश्मनों की हरकतों का जवाब देने के उत्तर कोरिया के संकल्प को दर्शाती है। इससे एक दिन पहले दक्षिण कोरिया की सैन्य खुफिया एजेंसी ने सांसदों को बताया था कि उत्तर कोरिया ने संभवतः अपने सातवें परमाणु परीक्षण की तैयारी पूरी कर ली है और वह अमेरिका तक पहुंचने में सक्षम लंबी दूरी की मिसाइल का परीक्षण करने के करीब है।
ICBM के बारे में जानें
उत्तर कोरिया ICBM (Intercontinental Ballistic Missile) के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। ICBM एक प्रकार की बैलिस्टिक मिसाइल है, जो महाद्वीपीय दूरी तक अपने लक्ष्य को भेदने में सक्षम होती है। ICBM मिसाइलों का उपयोग मुख्य रूप से सैन्य उद्देश्यों के लिए किया जाता है और यह एक महत्वपूर्ण सामरिक हथियार मानी जाती है। यह मिसाइलें बहुत ही लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम होती हैं और इनमें आमतौर पर परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता होती है।
यह भी जानें
यहां यह भी बता दें कि, सोवियत संघ ने 1950 के दशक में आर-7 सेमयोरका (R-7 Semyorka) नाम की पहली ICBM का परीक्षण किया था। इसके बाद, अमेरिका ने भी अपनी ICBM प्रणाली विकसित की। शीत युद्ध के दौरान, ICBM का विकास और तैनाती दोनों महाशक्तियों के बीच प्रतिस्पर्धा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थी। (एपी)
यह भी पढ़ें:
US Election: डोनाल्ड ट्रंप ने कचरे का ट्रक चलाकर बाइडेन को दिया जवाब, जो कहा वो भी जान लीजिए