उत्तर कोरिया ने न्यूक्लियर सबमरीन विकसित करने का दावा करके दक्षिण कोरिया और जापान समेत अमेरिका के भी होश उड़ा दिए हैं। उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को दावा किया कि उसने कथित परमाणु हमला करने वाली पनडुब्बी का निर्माण कर लिया है, जिसपर वह वर्षों से काम कर रहा था। इस कदम को उत्तर कोरियाई राष्ट्रपति किम जोंग उन ने परमाणु-संपन्न नौसेना बनाने के अपने प्रयासों के लिए महत्वपूर्ण बताया है, जिसे वह अमेरिका और उसके एशियाई सहयोगियों का मुकाबला करने के लिए विकसित करने का दावा करते हैं।
किम जोंग उन की इस सफलता ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया को हैरान कर दिया है। उत्तर कोरिया लगातार बैलिस्टिमक और इंटरबैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण के बाद अब न्यूक्लियर सबमरीन बनाने में भी सफलता पाई है। उत्तर कोरिया की आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने बताया कि 'हीरो किम कुन ओके' नामक पनडुब्बी को पानी के भीतर से सामरिक परमाणु हथियारों का उपयोग करने के लिए बनाया गया है। पनडुब्बी को लेकर यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि यह कितने मिसाइलों को ले जाने और दागने में सक्षम है।
अमेरिकी नौसेना का मुकाबला कर सकेगा उत्तर कोरिया
केसीएनए ने बताया कि बुधवार को पनडुब्बी के जलावतरण समारोह और बृहस्पतिवार को इसके निरीक्षण के दौरान किम ने संतोष व्यक्त किया कि देश ने अमेरिका के उन्नत नौसैनिक हथियारों का मुकाबला करने के लिए अपनी परमाणु हमले करने में सक्षम पनडुब्बी हासिल कर ली है। अमेरिका ने वर्ष 1980 के दशक के बाद पहली बार जुलाई में दक्षिण कोरिया में परमाणु हमला करने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी को तैनात किया था। किम ने कहा कि देश एक परमाणु-संचालित पनडुब्बी पर भी काम कर रहा है और अपनी मौजूदा पनडुब्बियों तथा जहाजों को अद्यतन करने की योजना बना रहा है जिससे वे परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के लिए सक्षम हो जाएं। उन्होंने परमाणु-सक्षम सेना के निर्माण को 'अत्यावश्यक' बताया है। (भाषा)
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