North Korea Missile Test: उत्तर कोरिया के तानाशाह लगातार मिसाइल परीक्षण कर रहे हैं। अमेरिकी की चेतावनियों का असर भी उन पर नहीं होता है। रविवार तड़के उत्तर कोरिया ने फिर एक बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। इस बात की पुष्टि दक्षिण कोरिया ने की है। उत्तर कोरिया की ओर से यह मिसाइल परीक्षण ऐसे समय में किया गया है, जब हाल ही में अमेरिकी प्रतिनिध उत्तर कोरिया की राजधानी सिओल पहुंचे थे।
चीन की शह पर किम जोंग करते हैं मिसाइल परीक्षण!
उत्तर कोरिया के मिसाइल दागने से दक्षिण कोरिया की चिंताएं बढ़ जाती हैं। इस कारण इलाके में तनाव बना रहता है। अमेरिका भी कई बार उत्तर कोरिया को चेतावनी दे चुका है। डोनाल्ड ट्रंप जब राष्ट्रपति थे, तब भी किम जोंग उन से उनकी तनातनी जगजाहिर थी। हालांकि वे चर्चा के लिए बैठे भी लेकिन बात नहीं बनी। ट्रंप तो चले गए। लेकिन उत्तर कोरिया अमेरिकी की वर्तमान चेतावनियों को भी नजरअंदाज करता है। विशेषज्ञ बताते हैं कि चीन की शह पर उत्तर कोरिया ऐसी हिमाकत करता है। उत्तर कोरिया की मिसाइलों के दागने से कई बार जापान भी अपनी चिंता जता चुका है।
दक्षिण कोरिया की चिंताएं बढ़ी, युद्ध क्षमता बढ़ा रहे किम जोंग
रविवार तड़के दागी गई मिसाइल के बारे में जानकारी दक्षिण कोरिया ने दी। दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने बताया कि इस बैलेस्टिक मिसाइल के पथ पर दक्षिण कोरियाई सेना ने नजर बनाए रखी। आर्थिक प्रतिबंधों के बावजूद किम जोंग उन अपने देश के हथियार विकास कार्यक्रम को जारी रखे हुए हैं। दावा किया जा रहा है कि नया हथियार उत्तर कोरिया के परमाणु युद्ध की क्षमताओं को काफी तेजी से बढ़ा सकता है। उत्तर कोरिया की न्यूज एजेंसी ने कहा कि किम जोंग उन ने इस परीक्षण की निगरानी की। एजेंसी ने कहा कि यह परीक्षण देश की सामरिक परमाणु शक्ति के प्रभावी संचालन और लंबी दूरी वाली तोपों की मारक क्षमता को मजबूत करेगा।
इस साल 13 बार परीक्षण कर चुके हैं किम जोंग
उत्तर कोरिया इस साल यानी 2022 में अब तक 13 हथियारों का परीक्षण कर चुका है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में उत्तर कोरिया जल्द ही अपने हथियारों के साथ परमाणु बम का भी परीक्षण कर सकता है। इन परीक्षणों का मकसद उत्तर कोरिया के परमाणु शस्त्रागार को मजबूत करना और ठप पड़ी कूटनीतिक बातचीत में विरोधी देशों पर दबाव बनाना है।