Nepal PM india Visit: नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल प्रचंड 4 दिन की यात्रा पर भारत आ रहे हैं। वे 31 मई को भारत की राजकीय यात्रा पर आएंगे। उनका दौरा पीएम बनने के बाद से ही बार बार टल रहा था। लेकिन इस बार यह दौरा फाइनल हो गया है। इस बीच नेपाल के पीएम प्रचंड का उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन करने का भी कार्यक्रम है। यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री प्रचंड का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से शिष्टाचार भेंट करने का कार्यक्रम है।
प्रचंड नेपाली कम्यूनिस्ट पार्टी के मुखिया हैं, जो माओवादी पार्टी है। लेकिन कम्यूनिस्ट प्रचंड हिंदू मंदिर के दर्शन करने के लिए उज्जैन जाएंगे। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रचंड को नेपाल का प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत दौरे के लिए आमंत्रित किया था। प्रचंड ने दिसंबर 2022 में नेपाल के पीएम पद की शपथ ली थी। इसके बाद नेपाल में चीन का प्रभाव काफी तेजी से बढ़ते हुए देखा गया था। इससे सतर्क भारत ने अपने विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा को नेपाल भी भेजा था। इसी के बाद प्रचंड की भारत यात्रा की तैयारियां शुरू हुईं।
महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन करेंगे प्रचंड, सबसे स्वच्छ शहर इंदौर भी जाएंगे
अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री प्रचंड दिल्ली में पीएम मोदी के साथ अहम मुद्दों पर बातचीत करेंगे। नेपाल और भारत के बीच प्राचीन पारंपरिक और धार्मिक संबंध हैं। इसी संबंधों का हवाला देते हुए प्रचंड उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन करेंगे। यह मंदिर भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इसके अलावा प्रचंड भारत के सबसे साफ शहर इंदौर का भी दौरा करेंगे और वेस्ट मैनेजमेंट के गुर जानेंगे। केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण के अनुसार, इंदौर को लगातार 6 साल तक भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है।
भारत-नेपाल में पुरानी है मंदिर डिप्लोमेसी
भारत और नेपाल के बारे कहा जाता है कि रोटी, बेटी का संबंध है। जब पीएम मोदी प्रधानमंत्री बने थे तब वे 2018 में काठमांडू दौरे के दौरान पशुपतिनाथ मंदिर गए थे और पूजा अर्चना की थी। वहीं जनकपुर में मां जानकी मंदिर में भी पूजा अर्चना और दर्शन किए थे। इसके बाद अप्रैल 2022 में नेपाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा भारत यात्रा के दौरान वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर और काशी के कोतवाल के नाम से प्रसिद्ध काल भैरव मंदिर दर्शन करने पहुंचे थे। अब प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल भी उसी मंदिर डिप्लोमेसी को आगे बढ़ाते हुए उज्जैन के महाकाल मंदिर दर्शन के लिए जाएंगे।