Highlights
- नेपाल के पहाड़ी इलाके में लापता हो गया था विमान
- सभी 22 लोगों की मौत, 13 नेपाली नागरिक थे सवार
- 14,500 फुट की ऊंचाई पर विमान हुआ दुर्घटनाग्रस्त
Nepal Plane Crash: नेपाल के पर्वतीय मुस्तांग जिले में दुर्घटनाग्रस्त हुए तारा एयरलाइन के विमान के मलबे से अभी तक 16 शव निकाले जा चुके हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। तारा एयरलाइन का ट्विन ओट्टर 9एन-एईटी विमान रविवार की सुबह पोखरा से उड़ान भरने के कुछ समय बाद नेपाल के पहाड़ी इलाके में लापता हो गया था। कनाडा निर्मित विमान में चार भारतीय, दो जर्मन और 13 नेपाली नागरिकों सहित कुल 22 लोग सवार थे। यह विमान पोखरा से मध्य नेपाल स्थित मशहूर पर्यटक शहर जोमसोम की ओर जा रहा था।
नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएन) ने एक बयान में बताया कि कि मुस्तांग जिले में विमान के मलबे से सोमवार को 16 शव बरामद किए गए हैं। बयान के मुताबकि, "दुर्घटनास्थल से मिली जानकारी के मुताबिक 16 शव निकाले गए हैं और उनकी पहचान अभी नहीं हो पाई है।" सीएएएन ने बताया कि मुस्तांग जिले के थसांग-2 में 14,500 फुट की ऊंचाई पर विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबकि, अवरुद्ध मार्ग को साफ करने के लिए इलाके में पहुंचे इंदा सिंह ने पाया कि विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। उन्होंने कहा कि विमान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। मीडिया रिपोर्ट में सिंह के हवाले से कहा गया, "विमान में सवार सभी लोग मृत मिले हैं। शव शिनाख्त करने की स्थिति में हैं।"
'चट्टान से टकराने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हुआ'
सिंह ने बताया कि शव एक नजदीकी खड्ड में हैं, इसलिए उन्हें निकालने में परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि विमान में आग नहीं लगी थी। विमान संभवत: एक चट्टान से टकराने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हुआ। नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएन) के मुताबकि, दुर्घटनास्थल पर नेपाल सेना, एयर डायनेस्टी, कैलाश हेलीकॉप्टर, फिशटेल एयर हेलीकॉप्टर के खोज एवं बचाव दल और अन्य बचाव कर्मियों को तैनात किए गए हैं। फिशटेल एयर का 9एन-एजेआर हेलीकॉप्टर दुर्घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचा और सोमवार को सुबह आठ बजकर 10 मिनट पर उसने विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की पुष्टि की।
प्लेन क्रैश में पति-पत्नी और 2 बच्चों की मौत
विमानन कंपनी की ओर से जारी यात्रियों की सूची के अनुसार, विमान में मौजूद भारतीयों की पहचान अशोक कुमार त्रिपाठी, उनकी पत्नी वैभवी बांडेकर त्रिपाठी और बच्चे धनुष त्रिपाठी व ऋतिका त्रिपाठी के तौर पर हुई है। यह परिवार महाराष्ट्र के ठाणे जिले का रहने वाला है।
लापता होने के 20 घंटे बाद मिला विमान का मलबा
नेपाल की सेना ने सोमवार को बताया कि लापता होने के करीब 20 घंटे बाद विमान का मलबा मिला। इससे पहले सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर नारायण सिल्वाल ने ट्वीट किया, "सैनिकों और बचावकर्मियों ने दुर्घटनास्थल का पता लगा लिया है। इससे जुड़ी विस्तृत जानकारी जल्द साझा की जाएगी।" उन्होंने एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, "दुर्घटनास्थल मुस्तांग जिले के थसांग-2 के सनोसवेयर में है।"
सिल्वाल ने बताया कि पुलिस निरीक्षक लेफ्टिनेंट मंगल श्रेष्ठ और एक गाइड दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा, "विभिन्न एजेंसियों के अन्य बचाव दल छोटे हेलीकॉप्टर के जरिए दुर्घटनास्थल पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। वहां पहुंचने के लिए हर संभव साधन के इस्तेमाल पर विचार किया जा रहा है।"
विमान का संपर्क नियंत्रण टॉवर से टूट गया
नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के अनुसार, तारा एयरलाइन के विमान ने पोखरा से रविवार सुबह 9 बजकर 55 मिनट पर उड़ान भरी थी, लेकिन करीब 12 मिनट बाद सुबह 10 बजकर सात मिनट पर उसका नियंत्रण टॉवर से संपर्क टूट गया। तारा एयरलाइन के प्रवक्ता सुदर्शन बर्तौला ने बताया कि 16 शव बरामद हुए हैं।
पहाड़ से टकराने से टूट कर बिखर गया था विमान
उन्होंने समाचार पत्र से कहा, "शव मुख्य दुर्घटनास्थल से 100 मीटर के दायरे में बिखरे हैं। खोज एवं बचाव दल उन्हें निकाल रहे हैं।" बर्तोला ने बताया कि कि विमान पहाड़ से टकराने के कारण टूट कर बिखर गया था। उन्होंने कहा, "टक्कर इतनी भीषण थी कि शव इधर-उधर बिखर गए।"
तारा एयरलाइन का एक अन्य विमान 2016 में हो गया था क्रैश
सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर में केवल विमान का पीछे का हिस्सा और एक पर नजर आ रहा है। गौरतलब है कि 2016 में तारा एयरलाइन का एक अन्य विमान उड़ान भरने के बाद इसी मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में विमान में सवार सभी 23 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, मार्च 2018 में यूएस-बांग्ला एयर का विमान त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे उसमें सवार 51 लोगों की जान चली गई थी।