Nepal Bus Accident : नेपाल में करीब 4 दर्जन यात्रियों को लेकर जा रही एक भारतीय बस नदी मार्सयांगडी नदी में गिर गई। यह हादसा तनहुन जिले में हुआ है। तनहुन जिला पुलिस दफ्तर के डीएसपी दीपकुमार राया ने हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि UP FT 7623 नंबर प्लेट वाली बस नदी में गिर गई। अधिकारियों के मुताबिक यह बस पोखरा से काठमांडू जा रही थी। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री गिरीश महाजन ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इसमें कुल 42 लोगों की मौत हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल के तनाहुन जिले में हुए इस सड़क हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने एक्स पोस्ट पर लिखा कि दुर्घटना के कारण लोगों की मौत से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं। घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं।' भारतीय दूतावास प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है।
पोखरा से काठमांडू जा रही थी बस
जानकारी के मुताबिक यूपी नंबर वाली यह बस पोखरा से काठमांडू जा रही थी। इसी बीच तनहुन जिले में यह मार्सयांगडी नदी में गिर गई। बस में करीब 50 यात्री सवार थे। इनमें से 41 यात्रियों की मौत हो गई है जबकि कुछ यात्रियों को बचा लिया गया है। इस बीच नेपाल सेना का एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर मेडिकल टीम लेकर घटनास्थाल के रवाना हुआ है। काठमांडू के त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के हेलीपैड से हेलिकॉप्टर ने उड़ान भरी है।
गोरखपुर से नेपाल के लिए रवाना हुआ था तीर्थयात्रियों का दल
ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि भारतीय लोगों का एक दल घूमने के लिए नेपाल गया था। ये सभी लोग एक तीन बसों में सवार होकर गोरखपुर से नेपाल के लिए निकले थे। लेकिन नेपाल के मुगलिंग से 5 किमी पहले बस हादसे का शिकार हो गई। तीर्थ यात्रा में शामिल लोगों के दल से संपर्क स्थापित करने की कोशिश की जा रही है।
नगरकोट जंगल से लापता तीन भारतीयों को बचाया
इससे पहले 18 अगस्त को नेपाल के नगरकोट जंगल से तीन भारतीय पर्यटकों और उनके नेपाली गाइड को लापता होने के लगभग 10 घंटे बाद उन्हें सुरक्षित बचा लिया गया। पर्यटक नितिन तिवारी, रश्मि तिवारी और तनिष तिवारी तथा उनके नेपाली गाइड हरि प्रसाद खरेल काठमांडू से 30 किलोमीटर पूर्व में भक्तपुर जिले के नगरकोट जंगल में मुहान पोखरी रानी झूला क्षेत्र से लापता हो गए थे। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, भारतीय नागरिकों की उम्र 30 से 40 वर्ष के बीच है। वार्ड नंबर सात चंगुनारायण के अध्यक्ष श्याम कृष्ण श्रेष्ठ ने बताया कि लापता लोग शनिवार दोपहर करीब तीन बजे रास्ता भूल गए थे। उन्होंने बताया कि बचाव दल आधी रात को उन लोगों तक पहुंचा।