
बैंकॉकः म्यांमार में शुक्रवार को आए महाविनाशकारी भूकंप में एक जिंदगी से मौत भी हार कर गई है। आपको जानकर हैरानी होगी कि राहत और बचाव दलों ने एक शख्स को मलबे से 5 दिन बाद जीवित निकाला है। 26 साल का यह युवक म्यांमार की राजधानी नेपीडॉ के एक होटल की बिल्डिंग के नीचे मलबे में दब गया था। मगर आज बुधवार को शख्स को रेस्क्यू टीम ने जिंदा देखा तो वह भी हैरान रह गई। मलबे से निकालने के बाद युवक को तत्काल इलाज के लिए ले जाया गया है।
म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के सदी के सबसे भीषण भूकंप में अब तक करीब 3000 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी यह संख्या और अधिक बढ़ने की आशंका जाहिर की जा रही है। म्यांमार में भूकंप से बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। इस भूकंप ने पूरे इलाके को तहस-नहस कर दिया। इसमें बड़ी-बड़ी इमारतों, घरों, मंदिरों, पुलों और राजमार्गों को तहस-नहस कर दिया।
म्यांमार और तुर्की के बचाव दल ने किया रेस्क्यू
म्यांमार में सत्तारूढ़ जुंटा ने कहा कि देश की अग्निशमन सेवा और तुर्की के बचाव दल की संयुक्त टीम ने आधी रात के बाद राजधानी नेपीडॉ में एक होटल की इमारत के खंडहरों में 26 साल के युवक को जीवित पाया है। म्यांमार के सैन्य शासक मिन आंग ह्लाइंग ने कहा मानवीय एजेंसियों ने अन्य देशों से मानसून की बारिश से पहले सहायता बढ़ाने का आग्रह किया है। भूकंप का केंद्र मांडले और सागाइंग शहर था, जहां भूकंप से बचे लोग सड़क पर सो रहे थे, मलबे के नीचे दबी लाशों की बदबू आपदा क्षेत्र में फैल रही है। यहां पानी, भोजन और दवाइयों की आपूर्ति कम है। मानसून के मई में आने की संभावना है।