भारत और यूनान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगले सप्ताह यूरोपीय देश की यात्रा के दौरान अपने द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं। सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। यह चार दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूनान की पहली यात्रा होगी। मोदी की यूनान यात्रा पर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। सूत्रों ने कहा कि मोदी जोहान्सबर्ग की अपनी यात्रा समाप्त करने के बाद 25 अगस्त को एथेंस की यात्रा करेंगे। वह प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस के साथ व्यापक वार्ता करेंगे। मोदी ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) के वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 22 से 24 अगस्त तक जोहान्सबर्ग का दौरा करने वाले हैं।
प्रधानमंत्री के अगले महीने पांच से सात सितंबर के बीच आयोजित होने वाले आसियान (दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन) और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता जाने की भी संभावना है। सूत्रों ने कहा कि मोदी और मित्सोटाकिस के बीच बातचीत में भारत और यूनान दोनों द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। दोनों पक्ष व्यापार, निवेश, रक्षा और लोगों के संपर्क जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के इच्छुक हैं। मोदी की यूनान की यात्रा महत्वपूर्ण है क्योंकि सितंबर 1983 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के यूनान दौरे के बाद यह भारत के प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी।
इंदिरा गांधी के बाद कोई पीएम नहीं गया यूनान
वर्ष 1983 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरागांधी ने यूनान की यात्रा की थी। तब से अब तक और कोई प्रधानमंत्री यूनान नहीं गया। यूनान के तत्कालीन प्रधानमंत्री एंड्रियास पापेन्द्रु ने तीन बार भारत का दौरा किया। वह नवंबर 1984 में इंदिरा गांधी के अंतिम संस्कार के लिए, जनवरी 1985 में परमाणु निरस्त्रीकरण पर एक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए और जनवरी 1986 में गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में द्विपक्षीय राजकीय यात्रा पर आए थे। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जून में यूनान का दौरा किया था। यात्रा के दौरान, दोनों पक्षों ने समग्र द्विपक्षीय संबंधों का विस्तार करने के तरीकों पर चर्चा की और कानून के शासन के मौलिक अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों का पालन करने और संप्रभुता तथा क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने का आह्वान किया। (भाषा)
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