चीन पर प्रकृतिक आपदा की मार पड़ रही है। यहां पर रेतीले तूफान ने कहर मचाया है। चीन के शिनजियांग प्रांत में लोगों का घर से निकलना तक मुश्किल हो गया है। यहां कई इलाकों में तूफानी हवाओं ने ऐसा कहर बरपाया कि सबकुछ धुंधला हो गया। सड़क पर चल रही गाड़ियां भी नजर नहीं आ रहीं थी। रेतीले तूफान की प्रचंडता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इन हवाओं की चपेट में आने से कई पेड़ जड़ सहित उखड़ गए। इस दौरान कुछ पेड़ों को हवा में उड़ते हुए भी देखा गया। पूरा आसमान नारंगी रंग का हो गया। रेतीले तूफान की वजह से हजारों लोग शिनजियांग प्रांत के अलग-अलग हिस्सों में फंस गए। जिसके बाद पुलिस ने लोगों को रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित जगह पहुंचाया।
कई जगहों पर लोग फंसे
बीजिंग स्थित सीजीटीएन समाचार चैनल की एक रिपोर्ट के अनुसार, रेतीले तूफ़ान ने झिंजियांग के तुरपान में वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जबकि रेत के बवंडर के कारण विजिबिलिटी कम होने की वजह से कई यात्री भी सड़क पर फंसे हुए थे। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 17 फरवरी की सुबह हामी शहर धुंध से ढका हुआ था, जबकि आसमान रेत और धूल से ढका हुआ था। शिनजियांग के अलावा, इसकी राजधानी शीआन सहित शानक्सी प्रांत के शहर धूल से ढके हुए थे, जबकि गांसु प्रांत के जिउक्वान शहर में रेतीले तूफान के कारण नेशनल हाईवे बंद हो गए, जिससे यात्री सड़कों पर फंसे रहे।
आपदा की मार झेल रहा चीन
चीन के लोगों के लिए मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक तरफ जहां रेतीले तूफान ने कहर मचाया हुआ है तो दूसरी तरफ चीन के कई इलाकों में लोगों को भारी बर्फबारी का सामना करना पड़ रहा है। चीन के मौसम विभाग ने 3 अलर्ट जारी किए थे। पहले में बताया गया था कि देश के कई हिस्सों में जल्द ही तापमान गिरने वाले हैं। दूसरे अलर्ट में बताया गया था कि कुछ हिस्सों में भारी बर्फबारी देखने को मिल सकती है। तीसरे में रेतीले तूफान की आशंका जताई गई थी।
ये भी पढ़ें:
तालिबान का एक और नया फरमान, ढाई दशक पुराना कानून किया लागू, 'जिंदा लोगों' की फोटो पर पाबंदी