बतांग काली (मलेशिया): मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में भूस्खलन में 21 लोगों की मौत हो गई जबकि 12 लोग लापता हो गए। बताया जाता है कि कुआलालंपुर के बाहरी इलाके में एक पर्यटक शिविर स्थल (कैंपसाइट) में यह हादसा हुआ। अधिकारियों ने बताया कि 12 अन्य लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। दमकल विभाग के प्रमुख ने बताया कि मृतकों में से दो के शव ‘‘आलिंगनबद्ध अवस्था’’ में मिले और ये मां-बेटी के शव बताए जा रहे हैं।
‘कैंपसाइट’ पर 90 लोग थे मौजूद
जिला पुलिस प्रमुख सुफियन अब्दुल्ला ने बताया कि कुआलालंपुर से करीब 50 किलोमीटर दूर मध्य सेलांगोर के बतांग काली में एक ‘कैंपसाइट’ पर भूस्खलन हुआ जहां करीब 90 से अधिक लोग मौजूद थे। उन्होंने कहा कि घटना के समय लोग सोए हुए थे और उसी समय ‘कैंपसाइट’ से लगभग 30 मीटर ऊंची सड़क से पर्यटक स्थल पर मिट्टी गिर पड़ी और लगभग तीन एकड़ जगह इसकी चपेट में आ गई। अब्दुल्ला ने बताया कि कम से कम सात लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया और दर्जनों लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया।
अधिकारियों ने स्थानीय मीडिया को बताया कि भूस्वामियों के पास ‘कैंपसाइट’ चलाने का लाइसेंस नहीं था। ‘कैंपसाइट’ ऐसे स्थान को कहते हैं, जहां लोग समय बिताने के लिए तंबू लगाकर रहते हैं। स्थानीय लोगों के बीच ऐसे स्थान काफी लोकप्रिय हैं। लियोंग जिम मेंग ने अंग्रेजी दैनिक ‘न्यू स्ट्रेट्स टाइम्स’ को बताया कि वह और उसका परिवार एक जोरदार धमाके की आवाज सुनकर जागे तथा ‘कैंपसाइट’ क्षेत्र में धरती हिलती महसूस हुई। उसने कहा, ‘‘मेरा परिवार और मैं फंस गए क्योंकि मिट्टी से हमारा तंबू ढक गया। हम एक कार पार्किंग क्षेत्र में भागने में सफल रहे और तभी दूसरे भूस्खलन की आवाज़ सुनी।” मेंग ने कहा कि यह आश्चर्यजनक था क्योंकि हाल के दिनों में कोई भारी बारिश नहीं हुई है, केवल हल्की बूंदाबांदी हुई है।
राहत और बचाव कार्य में लगभग 400 कर्मी लगे हैं जिनकी मदद के लिए खोजी कुत्ते भी तैनात हैं। सेलांगोर के दमकल विभाग ने राहत और बचाव कार्य में जुटे कर्मियों की तस्वीरें पोस्ट कीं। समाचार पोर्टल ‘फ्री मलेशियन टुडे’ ने दमकल विभाग के प्रमुख नोराजम खमीस के हवाले से कहा कि अब तक मिले शवों में से दो “आलिंगनबद्ध अवस्था” में मिले और माना जाता है कि वे मां-बेटी हैं। शुक्रवार देर रात घटनास्थल का दौरा करने के बाद प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने मारे गए लोगों के साथ-साथ जीवित बचे लोगों के परिवारों को विशेष भुगतान की घोषणा की। नगा ने स्थानीय मीडिया से कहा कि ‘कैंपसाइट’ पिछले दो साल से अवैध रूप से चल रहा था और इसके संचालक को तीन साल तक की कैद और जुर्माना हो सकता है।