Pakistan News: कंगाल पाकिस्तान की गरीबी वाली हालत दुनिया से छिपी नहीं है। दो वक्त के आटे के लिए पाकिस्तानी आवाम ने कितनी जद्दोजहद की है, इसे दुनिया ने देखा। पाकिस्तान में आवाम के ही नहीं बल्कि वहां जानवरों के हालात भी बदतर हैें। जानवरों को अपनी जान बचाने के लिए भी जद्दोजहद करना पड़ रही है। पिछले महीने कराची के चिड़ियाघर में नूरजहां नाम की एक हाथी की दर्दनाक मृत्यु हो गई थी। अब उसे जू में मधुबाला नाम की एक हाथी भी मृत्युशैय्या पर है। नूरजहां और मधुबाला, दोनों पहले एक ही साथ रहा करते थे। बाद में जब नूरजहां की मौत हो गई, तब मधुबाला को अलग से एकांत कारावास में भेज दिया गया था।
चिड़ियाघर प्रशासन ने की संक्रमण की पुष्टि
शनिवार को कराची चिड़ियाघर प्रशासन ने मधुबाला के संक्रमित होने की पुष्टि की। चिड़ियाघर प्रशासन ने कहा कि संक्रमण की जानकारी लाहौर के यूनिवर्सिटी ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज के वैज्ञानिकों की एक टीम ने मधुबाला के खून की जांच के बाद हुई है। नूरजहां और मधुबाला को 14 साल पहले तंजानिया से कराची लाया गया था। दोनों को बहुत ही कम उम्र में उनकी मां से अलग कर दिया गया था।
मधुबाला को नूरजहां से हुआ है संक्रमण!
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कराची चिड़ियाघर के एक अधिकारी ने बताया कि ऐसा लगता है कि मधुबाला को नूरजहा से संक्रमण हुआ था। नूरजहां के पोस्टमॉर्टम से पता चला था कि वह कई गंभीर बीमारियों के अलावा संक्रमण से ग्रस्त थी। उसने बताया कि यह पहला मौका है, जब चिड़ियाघर के किसी जानवर के खून की इतनी विस्तृत जांच की गई है। उसने बताया कि मधुबाला का हाल में ही इलाज किया गया है। संक्रमण का स्तर उसकी साथी नूरजहां से काफी कम है।
अच्छी देखभाल न होने से नूरजहां की हुई थी मौत
नूरजहां का पिछले साल एक पुरानी दांत के संक्रमण के बाद ऑपरेशन किया गया था। इसके बाद चिड़ियाघर के कर्मचारियों ने नूरजहां की अच्छी देखभाल नहीं की। इसका नतीजा यह हुआ कि नूरजहां को लकवा मार गया। लाख प्रयास के बावजूद नूरजहां को नहीं बचाया जा सका और पिछले महीने उसकी मौत हो गई।