भारत में हुए लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम सामने आ गए हैं। भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। चुनाव में एनडीए को 292 सीटों पर जीत मिली है तो वहीं, विपक्षी गठबंधन ने 232 सीटों पर जीत दर्ज की है। भाजपा की अगुवाई वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सबसे बड़ा गठबंधन बनकर उभरा है। चुनाव के दौरान भाजपा ने 'अबकी बार 400 पार' का नारा दिया था जिससे वह काफी पीछे रह गई है। फिलहाल, एनडीए गठबंधन की जीत के बाद नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। चुनाव तो भारत में हुए, लेकिन पाकिस्तान में किस तरह की खलबली मची रही...चलिए आपको इस रिपोर्ट में बताते हैं।
नतीजों पर लगी रही पाकिस्तान की आंख
भारत में हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों के लेकर पाकिस्तान आंख लगाए बैठा रहा। पाकिस्तान के अखबार ‘डॉन’ की बेवसाइट पर भारत के चुनाव को बड़ी कवरेज दी गई। डॉन के एक एक लेख में कहा गया कि भारत में वोटों की गिनती में पीएम मोदी का गठबंधन आश्चर्यजनक रूप से मामूली अंतर से जीता है। भाजपा की अयोध्या में ही हार हो गई, जहां राम मंदिर का उद्घाटन किया गया था। वहीं लेख में राहुल गांधी के बयान को प्रमुखता दी गई कि, मतदाताओं ने भाजपा को दंड दिया है। डॉन ने यह भी कहा कि मोदी के हिंदू राष्ट्रवादियों की तीसरी बार जीत से भारत के मुसलमानों में डर फिर बढ़ेगा।
खुश नजर आए पाकिस्तानी नेता
यह तो बात रही मीडिया की, भाजपा अकेले दम पर बहुमत आंकड़ा पार नहीं कर पाई तो सबसे ज्यादी खुश पाकिस्तानी नेता नजर आए। 2019 के मुकाबले भाजपा की सीटें घटने पर पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार में मंत्री रहे फवाद चौधरी ने खुशी जताई। फवाद ने कहा कि उनको उम्मीद थी कि भारत की जनता नरेंद्र मोदी और उनकी विचारधारा को खारिज करेगी। यही हुआ है, जो दावे भाजपा को लेकर किए गए थे, वो फेल हो गए।
भारत के चुनाव में अड़ाई टांग
फवाद चौधरी पाकिस्तान के उन नेताओं में शामिल हैं, जिनकी ओर से भारत के चुनाव पर लगातार बयान दिए गए हैं। उन्होंने बार-बार भारत के लोगों से नरेंद्र मोदी को हराने की अपील की थी। फवाद ने चुनावों के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अच्छा नेता बताया था। भारत के चुनावों पर बयानबाजी की वजह पूछने पर चौधरी ने कहा था कि पाकिस्तानी राहुल को पीएम देखना चाहते हैं क्योंकि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत बहुसंख्यकवाद पर बढ़ रहा है। ये भारत और उसके पड़ोसियों के लिए अच्छा नहीं है। ऐसे में हमें चाहिए कि राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी में से जो भी नरेंद्र मोदी को हराए, उसका हमें सपोर्ट करना चाहिए।
केजरीवाल की रिहाई पर जताई थी खुशी
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जब तिहाड़ जेल से बाहर आए थे तो फवाद चौधरी ने उनकी रिहाई पर खुशी जताई थी। तब फवाद चौधरी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि नरमपंथी भारत के लिए यह एक अच्छी खबर है। पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी भारत के चुनाव और आंतरिक मामलों पर पहले भी टिप्पणी करते रहे हैं, वो भारत के मसलों पर बेतुकी टिप्पणियां करके चर्चा बटोर चुके हैं।
मुसलमान पर आया पाकिस्तान
फवाद चौधरी के अलावा शहबाज शरीफ की पिछली सरकार में विदेश मंत्री रहे उमर आर कुरैशी ने भी प्रतिक्रिया दी थी। कुरैशी ने एक्स पर लिखा, 'भारत के मुसलमान आज सामूहिक रूप से राहत की सांस ले रहे होंगे- शायद...'। उन्होंने लिखा, '350 से एक भी कम सीट बीजेपी के लिए बड़े झटके के रूप में देखी जाएगी। अगर मोदी तीसरी बार सरकार बनाते भी हैं तो यह उनकी अब तक की सबसे कमजोर सरकार होगी।'
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