Highlights
- कुवैत के प्रधानमंत्री शेख सबाह अल-खालिद अल हमद अल सबाह ने मंत्रिमंडल का इस्तीफा शहजादे को सौंप दिया।
- दुनिया के सबसे अमीर इस्लामिक मुल्कों में शामिल कुवैत की सरकार ने अपने गठन के कुछ महीने बाद ही इस्तीफा दे दिया।
- देश में राजनीतिक संकट गहरा गया है, जिसके चलते कई अहम आर्थिक और सामाजिक सुधार अधर में लटक गए हैं।
दुबई: दुनिया के सबसे अमीर इस्लामिक मुल्कों में शामिल कुवैत की सरकार ने अपने गठन के कुछ महीने बाद ही मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही इस देश में राजनीतिक संकट गहरा गया है, जिसके चलते कई अहम आर्थिक और सामाजिक सुधार अधर में लटक गए हैं। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से बड़े इस्लामिक मुल्क पाकिस्तान में भी सियासी संकट छाया हुआ है।
सरकार को अविश्वास प्रस्ताव का करना था सामना
सरकारी समाचार एजेंसी 'कुना' की रिपोर्ट के मुताबिक, कुवैत के प्रधानमंत्री शेख सबाह अल-खालिद अल हमद अल सबाह ने मंत्रिमंडल का इस्तीफा शहजादे को सौंप दिया। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री अल सबाह के नेतृत्व वाली सरकार को इस सप्ताह के अंत में संसद में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना था, जिससे पहले सरकार ने इस्तीफा दे दिया।
डेढ़ साल में कुवैत की तीसरी सरकार का इस्तीफा
पिछले डेढ़ साल में कुवैत की तीसरी संयुक्त सरकार ने इस्तीफा दिया है। विपक्ष शेख सबाह सरकार के खिलाफ लगातार मोर्चाबंदी कर रहा था। पिछले सप्ताह गुस्साए सांसदों ने कथित भ्रष्टाचार और कुशासन को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधा था। विरोधी सांसदों ने सार्वजनिक तौर पर प्रधानमंत्री को 'अनुपयुक्त' करार देते हुए नये प्रधानमंत्री द्वारा देश की कमान संभाले जाने का आह्वान किया था।