मक्का: सऊदी अरब में भीषण गर्मी के बीच इस साल हज यात्रा के दौरान सैकड़ों लोगों की मौत हो गई है। सऊदी अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि लोग अपने प्रियजनों के शवों को लेने की कोशिश कर रहे हैं। सऊदी अरब ने हज के दौरान गर्मी के कारण मरने वालों की संख्या के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है, ना ही मौतों की वजह बताई है। हालांकि, मक्का के निकट अल-मुआइसम में आपातकालीन परिसर में सैकड़ों लोग अपने परिवार के लापता सदस्यों के बारे में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश में कतार में खड़े रहे।
मौत क्यों हुई?
ऑनलाइन प्रसारित एक सूची से पता चलता है कि पांच दिवसीय हज के दौरान कम से कम 550 लोगों की मौत हो गई है। नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर एसोसिएटेड प्रेस से बात करने वाले एक चिकित्सक ने कहा कि सूची वास्तविक प्रतीत होती है। एक अन्य अधिकारी ने भी नाम ना बताने की शर्त पर कहा कि उनका मानना है कि कम से कम 600 लोगों की मौत हुई है। सूची में मृत्यु का कोई कारण नहीं बताया गया है।
लोग हो गए बेहोश
सऊदी राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार मंगलवार को मक्का और शहर के आसपास के स्थलों पर तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। शैतान को कंकड़ मारने की कोशिश करते समय कुछ लोगों को बेहोश होते देखा। सऊदी अधिकारियों के मुताबिक गर्मी से बीमार हुए करीब दो हजार हज यात्रियों का इलाज किया जा रहा है। मक्का के बाहर मीना में एएफपी के पत्रकारों ने सोमवार को तीर्थ यात्रियों को अपने सिर पर पानी की बोतलें डालते हुए देखा, जबकि वॉलेंटियर्स ने उन्हें ठंडा रखने के लिए कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम दी। सऊदी अधिकारियों ने तीर्थयात्रियों को छाते का उपयोग करने, खूब पानी पीने और दिन के सबसे गर्म घंटों के दौरान धूप में निकलने से बचने की सलाह दी थी। (एपी)
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