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तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने पाकिस्तान को किया बेदम, जानें इस संगठन के बारे में सबकुछ

जिस तालिबान को पाकिस्तान ने बनाया और समर्थन दिया आज वही उसका सबसे बड़ा दुश्मन बन गया है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान लगातार पाकिस्तान में हमले कर रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे लेकर बड़ा बयान दिया है।

Edited By: Amit Mishra @AmitMishra64927
Published : Jan 03, 2025 16:09 IST, Updated : Jan 03, 2025 16:09 IST
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के लड़ाके
Image Source : AP तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के लड़ाके

Tehrik-e Taliban Pakistan: अफगानिस्तान और पाकिस्तान बॉर्डर पर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के लड़ाकों ने आतंक मचा रखा है। तालिबान ने लड़ाकों ने पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया है। टीटीपी की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, साल 2024 में उनके कुल 1758 हमलों में 1284 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 1661 घायल हुए है। इतना ही नहीं पाकिस्तान के 49 सैनिकों को बंदी भी बनाया गया है। हालात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि तालिबान को कुचले बिना पाकिस्तान आगे नहीं बढ़ सकता है। तो चलिए ऐसे में आपको तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से जुड़ी अहम बातें बताते हैं। 

2007 में हुआ था TTP का गठन

तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) एक आतंकवादी संगठन है, जिसका गठन 2007 में पाकिस्तान के कबायली इलाकों में हुआ था। इसे आमतौर पर 'पाकिस्तानी तालिबान' भी कहा जाता है। यह संगठन पाकिस्तान और अफगानिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय है। माना जाता है कि इस संगठन से जुड़े लड़ाके हिंसक गतिविधियों और आतंकवादी हमलों में शामिल रहे हैं। 

तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के लड़ाके

Image Source : AP
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के लड़ाके

अफगान तालिबान के साथ हैं संबंध

तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान का गठन पाकिस्तान के विभिन्न तालिबान गुटों को एकजुट करने के लिए किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान में इस्लामी शरीयत का लागू करना और पश्चिमी प्रभाव को समाप्त करना है। संगठन ने कई बार पाकिस्तान की सरकार और सेना के खिलाफ युद्ध की घोषणा की है। इसके अलावा, टीटीपी अफगान तालिबान के साथ भी वैचारिक और रणनीतिक रूप से जुड़ा हुआ है।

पाकिस्तान में किए बड़े हमले

तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने पाकिस्तान में कई बड़े हमलों को अंजाम दिया है, जिनमें 2014 में पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल पर हमला सबसे घातक था। इस हमले में 140 से अधिक बच्चों और शिक्षकों की जान गई थी। इसके अलावा, यह संगठन सुरक्षा बलों, मस्जिदों, स्कूलों और नागरिक ठिकानों पर भी हमले करता रहा है।

तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान

Image Source : AP
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान

पाकिस्तानी सेना ने चलाए हैं ऑपरेशन

पाकिस्तानी सेना ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े सैन्य अभियान चलाए हैं, जैसे "ऑपरेशन ज़र्ब-ए-अज्ब" और "रद्द-उल-फसाद"। इन अभियानों के कारण टीटीपी के कई ठिकाने नष्ट हो गए और इसके कई नेताओं को मार गिराया गया। हालांकि, संगठन अब भी अफगानिस्तान में अपनी गतिविधियों को जारी रखे हुए है और पाकिस्तान के लिए एक बड़ा खतरा बना हुआ है।

कितनी है तालिबान की ताकत

तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान पास भारी मात्रा में हथियार और दुर्गम इलाकों में छिपने की क्षमता है। तालिबान लड़ाकों के पास एके 47, मोर्टार, रॉकेट लॉन्चर जैसे आधुनिक हथियारों का जखीरा है। टीटीपी का प्रभाव ना केवल पाकिस्तान तक सीमित है, बल्कि यह क्षेत्रीय स्तर भी लगातार मजबूत हो रहा है।

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