North Korea: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग लगातार हथियारों का परीक्षण कर रहे हैं। साथ ही जंगी अभ्यास में भी उत्तर कोरिया गंभीरता दिखा रहा है। इन सबके बीच किम जोंग उन ने सियोल को निशाना बनाने वाली प्रणाली की प्रैक्टिस का निरीक्षण किया। जानकारी के अनुसार उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम उन रॉकेट के दागे जाने की प्रैक्टिस का निरीक्षण किया, जिन्हें दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल को निशाना बनाने के लिए खासतौर पर डिजाइन किया गया है। सरकारी मीडिया की खबर के मुताबिक, किम ने प्रतिद्वंद्वियों से बढ़ते टकराव के मद्देनजर अपने युद्ध निवारक उपाय बढ़ाने का संकल्प लिया है। इससे एक दिन पहले दक्षिण कोरिया और जापान की सेनाओं ने कहा था कि उत्तर कोरिया ने अपने पूर्वी तटीय क्षेत्र की ओर कम दूरी की कई बैलिस्टिक मिसाइल दागी हैं।
दुश्मनों को संदेश देना है मकसद
उत्तर कोरिया ने सोमवार को जिन तीन प्रणालियों का परीक्षण किया है कि उनमें 600 मिमी मल्टीपल रॉकेट प्रक्षेपक भी शामिल हैं जो परमाणु हथियार पहुंचाने में सक्षम है। उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी कोरियन सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी यानी केसीएनए द्वारा प्रकाशित फोटो में दिख रहा है कि प्रक्षेपण वाहन से एक साथ कम से कम छह रॉकेट दागे गए। केसीएनए के मुताबिक किम जोंग ने कहा कि दुश्मनों को यह समझाना जरूरी है कि अगर सशस्त्र संघर्ष और युद्ध छिड़ जाता है, तो वे विनाशकारी परिणामों से कभी नहीं बच सकते।
उत्तर कोरिया लगातार कर रहा मिसाइल टेस्ट
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग लगातार मिसाइल टेस्ट और जंगी अभ्यास करके उकसाने वाले काम कर रहे हैं। हाल ही में जंगी अभ्यास करके किम ने अमेरिका और जापान के समक्ष अपने आक्रामक इरादे जाहिर किए थे। इसी बीच उत्तर कोरिया ने एक बार फिर उकसावे वाला काम किया है। उत्तर कोरिया ने पूर्वी जल क्षेत्र की ओर मिसाइल दागी है। इससे क्षेत्र में एक बार फिर तनाव फैल गया है।
उत्तर कोरिया ने दागी बैलिस्टिक मिसाइल
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया के मिसाइल दागने के संबंध में दक्षिण कोरिया की सेना ने दावा किया है कि उत्तर कोरिया ने सोमवार को सुबह उसके पूर्वी तट की ओर एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी है। दक्षिण कोरिया के सेना प्रमुख ने विस्तृत ब्यौरा नहीं दिया है। यह प्रक्षेपण अमेरिका और दक्षिण कोरियाई सेनाओं द्वारा अपना वार्षिक सैन्य अभ्यास समाप्त करने के कुछ दिनों बाद हुआ।
11 दिन तक चला था जंगी अभ्यास
जापान और अमेरिका ने जंगी अभ्यास किया था। इसके जवाब में उत्तर कोरिया की सेनाओं ने भी जंगी अभ्यास कर अपने इरादे जता दिए थे। कुल 11 दिन तक चले इस अभ्यास को उत्तर कोरिया ने हमले का पूर्वाभ्यास करार दिया है। फरवरी के मध्य में क्रूज मिसाइल टेस्ट के बाद यह उत्तर कोरिया का पहला मिसाइल टेस्ट है। दक्षिण कोरिया-अमेरिका सैन्य अभ्यास गुरुवार को ही समाप्त हुआ है। इस दौरान उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने टैंक, तोपखाने बंदूकें और पैराट्रूपर्स से जुड़ी वार प्रैक्टिस की एक पूरी श्रृंखला का मार्गदर्शन किया। लेकिन उत्तर कोरिया ने अपने प्रतिद्वंद्वियों के प्रशिक्षण के दौरान कोई मिसाइल परीक्षण नहीं किया।