North Korea: उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग अपने जासूसी सैटेलाइट से अमेरिकी राष्ट्रपति के घर व्हाट हाउस पर दिन रात नजर रख रहा है। इससे अमेरिका की नींद उड़ गई है। व्हाइट हाउस अमेरिकी राष्ट्रपति व्हाइट हाउस का निवास और दफ्तर है। ऐसे में उत्तर कोरिया का दिन रात चौबीसों घंटे व्हाइट हाउस पर नजर रखना अमेरिका के लिए टेंशन बढ़ाने वाला है। तानाशाह पहले ही कई लंबी दूरी की मिसाइलों का टेस्ट कर चुका है।
उत्तर कोरिया ने हाल ही में सैन्य जासूसी उपग्रह को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया था। इस उपलब्धि से अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया जैसे देश सकते में आ गए थे। उत्तर कोरिया का दावा है कि उसका पहला जासूसी उपग्रह अंतरिक्ष में स्थापित होने के बाद से व्हाइट हाउस, पेंटागन और आसपास के अमेरिकी नौसैनिक स्टेशनों की तस्वीरें भेज रहा है। उत्तर कोरिया का यह दावा अमेरिका, दक्षिण कोरिया समेत जापान के लिए चिंता का सबब बना हुआ है।
उत्तरी कोरिया की पहुंच में आए अमेरिकी सैन्य ठिकाने
रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग अपनी सैन्य जासूसी उपग्रह की सफलता पर बेहद ही प्रसन्न हैं। राज्य के आधिकारिक मीडिया ने कहा कि किम जोंग उन ने पिछली तस्वीरों के साथ अतंरिक्ष से भेजी गई ताजा तस्वीरें देखी हैं। किम का दावा है कि उसकी सैटेलाइट की पहुंच में अब अमेरिका के सैन्य ठिकाने आ गए हैं। साथ ही दावा ये भी किया जा रहा है कि किम की मिसाइलें अब पहले से ज्यादा सटीक और ज्यादा अचूक प्रहार करने वाली हो जाएंगी।
अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर नजर रख रहे किम
रिपोर्ट के अनुसार, सैन्य जासूसी उपग्रह ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के ठिकानों की तस्वीरें भेजी हैं. उत्तर कोरिया ने कहा था कि उपग्रह कुछ ठीक ट्यूनिंग के बाद 1 दिसंबर से औपचारिक रूप से अपना टोही मिशन शुरू करेगा, लेकिन आधिकारिक कोरियाई सेंट्रल समाचार एजेंसी ने मंगलवार को कहा कि उपग्रह की ठीक ट्यूनिंग प्रक्रिया को एक या दो दिन पहले समाप्त करने के लिए जल्दबाजी की जा रही है। साथ ही एजेंसी ने दावा किया कि उत्तर कोरिया ने नए जासूसी उपग्रह के जरिए अमेरिकी युद्धपोत USS कार्ल विंसन की भी तस्वीरें खींची हैं, जिन्हें गुआम के आसमान से 21 नवंबर को लिया गया था। हालांकि उत्तर कोरिया ने नए उपग्रह द्वारा ली गई तस्वीर अभी तक उजागर नहीं की है। इससे यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि सैन्य जासूसी उपग्रह चालू है भी या नहीं।