Pakisan News: पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकड़ ने कश्मीर को लेकर बेतुका बयान दिया है। दरअसल,कश्मीर में अनुच्छेद 370 लगाने के पर सुप्रीम कोर्ट की मुहर लग जाने के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। हाल ही में भारत की सर्वोच्च अदालत ने फैसला दिया कि केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 लगाने का फैसला बिल्कुल सही है। इसके बाद से पाकिस्तान की हालत 'खिसियानी बिल्ली खंभा नोंचे' वाली हो गई है। पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकड़ ने गुरुवार को आरोप लगाया कि संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने को बरकरार रखने वाला भारत के उच्चतम न्यायालय का फैसला राजनीति से प्रेरित है। काकड़ ने कश्मीर के लोगों के प्रति पाकिस्तान के नैतिक, राजनीतिक और राजनयिक समर्थन की पुष्टि भी की।
भारत के उच्चतम न्यायालय ने पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के केंद्र सरकार के फैसले को सोमवार को सर्वसम्मति से बरकरार रखा और केंद्र शासित प्रदेश (जम्मू कश्मीर) का राज्य का दर्जा ‘जल्द से जल्द’ बहाल किए जाने एवं अगले साल 30 सितंबर तक विधानसभा चुनाव कराने का निर्देश भी दिया।
काकड़ ने पीओके के विशेष सत्र को किया संबोधित
काकड़ ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की विधानसभा के एक विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘कश्मीर पाकिस्तान की गले की नस है। कश्मीर के बिना 'पाकिस्तान' शब्द अधूरा है। पाकिस्तान और कश्मीर के लोग अद्वितीय रूप से आत्मीयता से बंधे हुए हैं।’ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि राजनीतिक मतभेदों के बावजूद पूरा पाकिस्तानी नेतृत्व कश्मीरियों के आत्मनिर्णय के अधिकार के समर्थन में एकजुट है। उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर पाकिस्तान की विदेश नीति का एक महत्वपूर्ण पहलू बना हुआ है।’
इमरान खान ने अनुच्छेद 370 पर कही थी ये बात
इससे पहले जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी जम्मू कश्मीर को लेकर बेबुनियाद बात कही थी। अनुच्छेद 370 पर भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने जो फैसला सुनाया, उस पर इमरान खान ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा था कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला कश्मीर मुद्दे को और जटिल बना देगा। रावलपिंडी के अदियाना जेल में बंद इमरान खान ने एक संदेश के जरिए बताया कि भारतीय शीर्ष अदालत का फैसला यूएनएससी प्रस्तावों का उल्लंघन था। उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसे साझा किया है।