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चीन से टक्कर लेने के लिए जापान ने कसी कमर, खरीदेगा खतरनाक मिसाइलों का जखीरा, 'ड्रैगन' हुआ बेचैन

जापान और चीन की दुश्मनी काफी पुरानी है। विस्तारवादी मानसिकता वाले चीन से टककर लेने के लिए जापान ने भी कमर कस ली है। वह अपने दोस्त अमेरिका से खतरनाक टॉमहॉक मिसाइलों का जखीरा खरीदने जा रहा है। खुद जापानी रक्षामंत्री ने इसकी घोषणा की है।

Written By: Deepak Vyas @deepakvyas9826
Published : Oct 06, 2023 8:45 IST, Updated : Oct 06, 2023 10:51 IST
टॉमहॉक क्रूज मिसाइल
Image Source : SOCIAL MEDIA टॉमहॉक क्रूज मिसाइल

Japan to Buy Tomhawk Missiles: चीन अपने आसपास के लगभग सभी देशों से दुश्मनी रखता है। जापान से उसकी दुश्मनी पुरानी है। 'क्वाड' संगठन में शामिल होने के बाद जापान और चीन में यह दुश्मनी और बढ़ गई। इसी बीच जापान ने चीन से टक्कर लेने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत जापान अपने दोस्त और क्वाड संगठन के साथी अमेरिका से खतरनाक टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें खरीदेगा। इसका ऐलान जापान ने कर दिया है। वह वित्तीय वर्ष 2025 में अमेरिका से इन खतरनाक मिसाइलों का जखीरा खरीदने जा रहा है।

जापान के रक्षा मंत्री मिनोरू किहारा ने बुधवार को अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ पहली आमने-सामने की बातचीत के बाद वॉशिंगटन में टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें खरीदने की घोषणा की। इसके बाद से ही चीन बेचैन हो गया है। उसे डर है कि जापान इन मिसाइलों का इस्तेमाल चीनी सेना के खिलाफ कर सकता है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने एक चीनी सैन्य पर्यवेक्षक के हवाले से धमकाते हुए कहा कि अगर जापान, चीन को निशाना बनाने का इरादा रखता है, तो संभावित जवाबी हमलों के दायरे में उसे भी शामिल किया जाएगा। अखबार ने यह भी लिखा कि चीन को निशाना बनाकर इंडो-पैसिफिक में टॉमहॉक मिसाइल को तैनात करने की अमेरिकी योजना निरर्थक साबित होगी।

अमेरिका से 400 टॉमहॉक खरीदेगा जापान, जानिए कितनी है रेंज?

जापान ने अमेरिका से 400 टॉमहॉक मिसाइल खरीदने की योजना बनाई है। टॉमहॉक मिसाइल की रेंज 1600 किलोमीटर है। जापान जिस वेरिएंट को खरीद रहा है, वह टॉमहॉक ब्लॉक-4 है। हालांकि, इस खरीद के लिए अमेरिकी कांग्रेस के अनुमोदन की आवश्यकता है, लेकिन बाइडन प्रशासन ने इसे अभी तक मंजूरी के लिए पेश नहीं किया है। टॉमहॉक मिसाइल को पहली बार 1991 के फारस की खाड़ी युद्ध में इस्तेमाल किया गया था। जापान का मानना है कि यह मिसाइल चीन से लगी उसकी समुद्री सीमा को कवर करने में सक्षम है।

चीन ने जापान को कोसा

ग्लोबल टाइम्स ने चीनी सैन्य विशेषज्ञ और टीवी कमेंटेटर सोंग झोंगपिंग के हवाले से लिखा कि जापान का अमेरिका से टॉमहॉक मिसाइलों की खरीद का उद्देश्य पूर्वव्यापी हमले शुरू करने की अपनी क्षमता को मजबूत करना और वाशिंगटन के साथ सैन्य सहयोग को बढ़ाना है। उन्होंने बताया कि जापान टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों की तैनाती एजिस से लैस युद्धपोतों पर करेगा। एजिस बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम है, जिसे खास तौर पर युद्धपोतों के लिए बनाया गया है। चीन का मानना है कि अमेरिका, जापान को हथियारों से जानबूझकर लैस कर रहा है। वह चीन के खिलाफ एक मोहरे के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए जापान को मिसाइलों और दूसरे हथियारों से पाट रहा है।

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