Highlights
- जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे को मारी गई गोली
- शिंजो आबे की हालत नाजुक बनी हुई है
- शिंजो आबे का भारत से है ख़ास नाता
Shinzo Abe: शिंजो आबे को आज सरेआम गोली मार दी गई, उनकी स्थिति बेहद नाजुक बताई जा रही है। इस घटना से जितना दुखी जापान है, भारत के लोगों में भी उतना ही दुख है। शिंजो आबे एक ऐसे नेता थे, जिन्होंने भारत और जापान के संबंधों को बुलंदियों पर पहुंचाया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी दोस्ती के चर्चे पूरी दुनिया में थे। शिंजो आबे पीएम मोदी को अपना खास दोस्त बताते थे और पीएम मोदी भी उनकी दोस्ती को एक कदम आगे बढ़ कर गले लगाते थे। भारत के प्रति शिंजो आबे का प्यार ही था कि उन्हें हिंदुस्तान ने देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया था। यह सम्मान शिंजो आबे को साल 2021 में दिया गया था।
भारत को दिया था बुलेट ट्रेन का तोहफा
शिंजो आबे ही वह नेता हैं जिनके पहल के चलते आज भारत में बुलेट ट्रेन का रास्ता साफ हुआ है। आपको बता दें कि जापान ने भारत को बुलट ट्रेन परियोजना के लिए अन्य देशों के मुकाबले बेहद कम दर पर ऋण मुहैया कराया था। वहीं लोन वापसी का समय भी 25 वर्षों की जगह 50 वर्ष रखा गया है। शिंजो आबे भारत को वैश्विक समृद्धि की दिशा में एक ग्लोबल पावर के रूम में देखना चाहते थे।
भारत से खास रिश्ता
शिंजो आबे भारत से खास लगाव महसूस करते थे, यही वजह थी कि वह एक ऐसे जापानी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने अपने कार्यकाल में सबसे ज्यादा बार भारत का दौरा किया था। पहली बार भारत शिंजो आबे साल 2006-07 में अपने पहले कार्यकाल के दौरान आए थे। उसके बाद साल 2012-20 के अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान शिंजो आबे ने भारत का तीन बार दौरा किया था। यह तीनों दौरा साल 2014, 2015 और सितंबर 2017 में हुआ था।
2020 में दिया था प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा
शिंजो आबे ने साल 2020 के अगस्त में जापान के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने यह फैसला अपने स्वास्थ्य कारणों की वजह से लिया था। 65 वर्षीय अबे ने पद छोड़ने की घोषणा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें इंटेस्टिनाइल बीमारी का इलाज करने के लिए कुछ समय की जरूरत है इसलिए वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं। पिछले दो हफ्तों के दौरान शिंजो आबे को दो बार अस्पताल जाना पड़ा है। इससे बात के अनुमान लगाए जा रहे हैं कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा है।
2012 में पूर्ण बहुमत के साथ चुनाव जीतने के बाद शिंजो आबे दोबारा प्रधानमंत्री बने थे। सात साल के इस कार्यकाल ने उन्हें जापान का सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री बने रहने का गौरव प्रदान किया है। अबे का कार्यकाल समाप्त होने में अभी एक साल का वक्त बचा था।