जापान में जारी जानलेवा बर्फबारी ने अभी तक कम से कम 17 लोगों की जान ले ली है और 90 से अधिक लोग घायल हुए हैं। बर्फबारी के चलते सैकड़ों की संख्या में घरों की बिजली गुल हो गई है। इस बात की जानकारी सोमवार को आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने दी है। इस हफ्ते उत्तरी क्षेत्रों में भीषण सर्दी की वजह से जमकर बर्फबारी हो रही है, जिसके चलते सैकड़ों की संख्या में वाहन हाईवे पर फंसे हुए हैं, डिलीवरी सेवाओं में देरी हो रही है और अकेले शनिवार को ही 11 लोगों की मौत हुई है।
क्रिसमस पर वीकेंड के समय हुई अधिक बर्फबारी के कारण मृतकों का आंकड़ा आज यानी सोमवार को 17 तक पहुंच गया है, जबकि घायलों की संख्या 93 हो गई है। फायर एंड डिजास्टर मैनेजमेंट एजेंसी ने ये जानकारी दी है। उसने बताया है कि इनमें से अधिक लोगों की मौत का कारण घर की छतों से बर्फ हटाते समय गिरने की वजह से हुई है। ये लोग गहरी बर्फ में दब गए थे।
नगर निगम कर्मियों ने बर्फबारी से प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों से अपील की है कि बर्फ हटाने का काम करते वक्त सावधानी बरतें और अकेले में ये काम न करें। एजेंसी ने कहा है कि करीब 70 साल की एक महिला छत से गिरी बर्फ की मोटी परतों के नीचे दब गई, जिससे उसकी मौत हो गई। ये मामला यामागाता प्रांत से नगाई शहर का है। जो तोक्यो के उत्तर में 300 किलोमीटर दूर है।
यहां शनिवार को 80 सेंटीमीटर तक बर्फबारी हुई है। चावल की खेती के लिए मशहूर निगाता में मोची और स्टिकी केक बनाने वालों का कहना है कि डिलीवरी में देरी हो रही है और उनकी मोची समय तक ग्राहकों तक नहीं पहुंच पा रही है। उत्तरपूर्वी जापान के कई हिस्सों में इस मौसम में औसत से तीन गुना अधिक बर्फबारी दर्ज की गई है। भारी बर्फबारी की वजह से क्रिसमस की सुबह करीब 20,000 घरों की बिजली चली गई। हालांकि एक दिन बाद अधिकतर घरों में बिजली आ गई।
इसके साथ ही रविवार को उत्तरी जापान में दर्जनों ट्रेन और फ्लाइट को निलंबित करना पड़ा है। हालांकि इसके बाद कई अधिकतर सेवाओं को शुरू कर दिया गया।