पश्चिमी जापान में आए विनाशकारी भूकंप से मरने वालों की संख्या शनिवार को 100 पहुंच गई। वहीं, बचावकर्मी भूकंप के बाद आने वाले झटकों के बीच मलबे से लोगों को सावधानीपूर्वक निकालने के लिए जूझ रहे हैं। इससे पहले भूकंप में मारे जाने वाले लोगों की संख्या 98 हो गई थीं लेकिन अनामिजु में दो और लोगों की मौत के बाद आंकड़ा 100 पहुंच गया। भूकंप से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र इशिकावा प्रांत में अधिकारियों ने आगे की रणनीति और नुकसान पर चर्चा करने के लिए अपनी दैनिक बैठक की। भूकंप में ढहे मकानों में बीते कुछ दिनों से जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे लोगों को आखिरकार मलबे से बाहर निकाला गया।
जापान में बढ़ी मरने वालों की संख्या
बता दें कि एक के बाद एक भूकंप के झटकों से दहले जापान के पश्चिमी तट पर एक व्यक्ति को 72 घंटे बाद मलबे से बाहर निकाला गया। शनिवार को लापता लोगों की संख्या घटकर 211 हो गई, जो दो दिन पहले तक अचानक से बढ़ गई थी। इशिकावा के अधिकारियों ने बताया कि मरने वालों में से 59 लोग वाजिमा शहर से, 23 लोग सुजु से, जबकि अन्य पांच पड़ोसी शहरों से थे। अधिकारियों के मुताबिक, भूकंप में 500 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिसमें से कम से कम 27 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। तोक्यो विश्वविद्यालय के भूकंप अनुसंधान संस्थान ने पाया कि पश्चिमी जापान में कुछ स्थानों पर रेतीले समुद्र तट 250 मीटर (820 फीट) तक समुद्र की ओर खिसक गए।
जापान में तेज भूकंप के झटके
गौरतलब है कि 1 जनवरी को साल जापान में एक के बाद एक कुल 155 भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.6 मापी गई थी। बता दें कि भूकंप के बाद समुद्र में 1 मीटर ऊंची लहरें देखने को मिली। इसके बाद जापान ने सुनामी को लेकर चेतावनी भी जारी की थी। भूकंप के बाद सभी लोग अपने-अपने घरों और दफ्तरों से निकलकर बाहर आ गए। इस भूकंप के कई वीडियो इंटरनेट पर अब भी वायरल हो रहे हैं, जिसमें सड़कें टूटी हुई दिख रही हैं। कहीं नदियों में उफान देखने को मिल रहा तो कहीं जान बचाने के लिए लोग यहां-वहां भागते दिख रहे हैं।