यरुशलम: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर हमेशा से यह संशय बना रहा है कि इसका बड़े पैमाने पर गलत इस्तेमाल हो सकता है। कई बार एआई के गलत इस्तेमाल की खबरें भी सामने आती रही हैं। लेकिन, अब एक ऐसी खबर आई है जिसने साबित कर दिया है कि अगर एआई का सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो यह इंसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
स्क्रीन पर लौटने के लिए तैयार हैं नुसबाम
दरअसल, इजरायल के मशहूर टीवी पत्रकार, मोशे नुसबाम, एएलएस (एमियोट्रोफिक लैटरल स्क्लेरोसिस) के कारण अपनी स्पष्ट रूप से बोलने की क्षमता खो बैठे थे। उन्होंने यहां तक सोच लिया था कि उनका करियर खत्म हो जाएगा, लेकिन अब एआई की मदद से उनकी विशिष्ट आवाज को फिर से वापस लाया गया है। 71 वर्षीय नुसबाम, जिन्हें दर्शक 'नुसी' के नाम से जानते हैं, एक बार फिर से स्क्रीन पर लौटने के लिए तैयार हैं। नुसबाम को दो साल पहले पता चला था कि वह एएलएस से पीड़ित हैं।
बढ़ती गई नुसबाम की मुश्किल
एएलएस को ‘लू गेरिग’ भी कहा जाता है। तंत्रिका संबंधी इस रोग का असर पूरे शरीर में मांसपेशियों को नियंत्रण करने वाली तंत्रिका कोशिकाओं पर पड़ता है। शुरुआत में नुसबाम ने इजरायल के ‘चैनल 12 न्यूज’ के दर्शकों से वादा किया था कि जब तक वो शारीरिक रूप से सक्षम हैं, तब तक काम करते रहेंगे। लेकिन, धीरे-धीरे यह मुश्किल होता गया। यह एक पत्रकार के करियर के लिए झटका था, जिसने 40 से ज्यादा साल तक इजरायल की कई सबसे महत्वपूर्ण रिपोर्ट को कवर किया था। उन्होंने आत्मघाती बम हमलों और गाजा एवं लेबनान में युद्ध की अग्रिम पंक्तियों के दृश्यों से लेकर इजरायल की संसद में घोटालों और हाई-प्रोफाइल अदालती मामलों को कवर किया था।
चलने-फिरने और बोलने में होने लगी परेशानी
सात अक्टूबर, 2023 को हमास का हमला होने के बाद नुसबाम मौके से रिपोर्ट करने में असमर्थ हो गए थे। देश के सबसे बड़े स्टेशन ‘चैनल 12’ पर सहकर्मियों के साथ हाल में एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि यह उनके करियर का पहला युद्ध था, जिसमें वो बाहर बैठे थे। उन्हें चलने-फिरने और बोलने में परेशानी हो रही थी, फिर भी उन्होंने इजरायली अस्पतालों में घायल सैनिकों के साक्षात्कार का एक कार्यक्रम शुरू किया। वह धीमे और रुक-रुक कर सवाल पूछते तथा यह सिलसिला युद्ध के पहले आधे हिस्से तक चला। फिर, जब बोलना और समझना मुश्किल होता गया, तो उनके साक्षात्कार कम होते गए।
नुसबाम ने क्या कहा
हाल ही में ‘चैनल 12’ ने हैरान करने वाली घोषणा करके हुए कहा कि वह आने वाले हफ्तों में एआई की मदद से नुसबाम को एक ‘कमेंटेटर’ के रूप में वापस लाएगा। नुसबाम ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) को संदेश के जरिए बताया, ‘‘मुझे इसे (एआई को) समझने और यह भी समझने में कुछ पल लगे कि अब मैं ही बोल रहा हूं। धीरे-धीरे, मैं इस डिवाइस के अर्थ को समझ रहा हूं, जो दिव्यांग लोगों के लिए है, जिसमें मैं भी शामिल हूं।’’
कैसे काम करेंगे नुसबाम
नुसबाम अपनी स्टोरी रिपोर्ट करेंगे और फिर उन्हें एक एआई प्रोग्राम का उपयोग करके लिखेंगे, जिसे नुसबाम की आवाज का उपयोग करके बोलने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। उन्हें इस तरह से फिल्माया जाएगा जैसे कि वही प्रस्तुति दे रहे हों। बोलने में अक्षम लोग कई सालों से पारंपरिक ‘टेक्स्ट-टू-स्पीच’ तकनीक का इस्तेमाल करते आ रहे हैं, लेकिन वो आवाजें रोबोट जैसी और सपाट लगती हैं और उनमें भावनाएं नहीं होतीं। इसके विपरीत, एआई तकनीक को किसी व्यक्ति की आवाज की रिकॉर्डिंग का उपयोग करके प्रशिक्षित किया जाता है। टीवी और रेडियो में अपने लंबे करियर के कारण नुसबाम ने हजारों घंटे बात की है और उनके स्वर और वाक्यांशों की हू-ब-हू नकल की जा सकती है। नुसबाम मौके पर नहीं जा पाएंगे इसके बजाय वो अपराध और राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में कमेंटरी और विश्लेषण करेंगे, जो दशकों से उनकी विशेषज्ञता वाले क्षेत्र रहे हैं। (एपी)
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