Israeli army shoots Palestinian youth:इजरायल की सेना द्वारा फलस्तीन के एक युवक को गोली मार देने का मामला सामने आया है। एक अन्य फलस्तीनी नागरिक घायल बताया जा रहा है, जिसका इलाज चल रहा है। इजरायल और फलस्तीन के बीच लंबे समय से संघर्ष चल रहा है। इस संघर्ष की वजह क्या है और दोनों देश एक दूसरे के दुश्मन क्यों बने हुए हैं। आज इस बारे में भी आपको बताएंगे। मगर सबसे पहले जान लें कि इजरायली सेना की इस हरकत से फलस्तीन में विरोध की आग भड़क गई है।
फलस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि इजराइली सेना ने वेस्ट बैंक में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। मंत्रालय ने कहा कि 18 वर्षीय मुसाब नोफल को सीने में एक गोली लगी तथा रामल्ला शहर के अस्पताल में उसकी मौत हो गयी। एक अन्य फलस्तीनी व्यक्ति भी गंभीर रूप से घायल हुआ है। वहीं इजराइली मंत्रालय का कहना है कि नोफल और दूसरा फलस्तीनी शख्स रामल्ला के उत्तरपूर्वी सिलवाड के समीप वेस्ट बैंक रोड पर चल रहे इजराइली वाहनों पर पथराव कर रहे थे, जिससे कई कार क्षतिग्रस्त हो गयी थीं। इसलिए सेना ने उन्हें गोली मार दी।
वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम में इजराइली तथा फलस्तीन के बीच हिंसा की यह ताजा घटना है। हालांकि इससे पहले हिंसा की काफी घटनाएं हो चुकी हैं। इस साल अभी तक हिंसा में 130 से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है। यह हिंसा ऐसे वक्त में हुई है जब इजराइल राष्ट्रीय चुनाव के बाद राजनीतिक परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। लंबे समय तक इजराइल के प्रधानमंत्री रह चुके बेंजामिन नेतन्याहू का सत्ता में लौटना तय माना जा रहा है।
क्या है इजरायल और फलस्तीन के बीच मुख्य विवाद
इजरायल और फलस्तीन के बीच विवाद 100 वर्षों से भी अधिक पुराना है। यहां विवाद की प्रमुख वजह गाजापट्टी है। यह फलस्तीन का छोटा से क्षेत्र है, लेकिन यही विवाद का बड़ा कारण है। गाजापट्टी मिस्र और इजरायल के भूमध्यसागरीय तट पर स्थित है। इजरायल विरोधी आतंकी समूह हमास यहां शासन कर रहा है। इजरायल गाजापट्टी पर कब्जा करना चाहता है। वह इसके लिए कई बार बड़े प्रयास कर चुका है, मगर कोई नतीजा नहीं निकला है। हमास से इजरायल के बीच कई बार भीषण जंग भी हो चुकी है। वर्ष 2014 से गाजापट्टी को लेकर हमास और इजरायल के बीच फिर से संघर्ष का दौर चल गया है। 19वीं शताब्दी के दौरान फलस्तीन को यहूदियों की पवित्र भूमि के तौर पर देखा जाता था। तब पूरे यूरोप में यहूदी बिखरे हुए थे।
जब यहूदियों में जागा राष्ट्र प्रेम
जब उनमें राष्ट्रभाव जागा तो वह लौटने लगे। जियोनिष्ट आंदोलन के दौरान यहूदी फलस्तीन पुनः वापस आने लगे। वर्ष 1917 में बेलफोर डिक्लेरेशन ने इजरायल और फलस्तीन के बीच मतभेद पैदा कर दिया। बाद में वर्ष 1967 में युद्ध हुआ। तब इजरायल ने फलस्तीन के 50 फीसद हिस्से पर कब्जा कर लिया। इसके बात सात लाख से अधिक फलस्तीनी देश छोड़कर शरणार्थी बन गए। 1967 के युद्ध में इजरायल ने मिस्र से गाजापट्टी और जॉर्डन से वेस्ट बैंक को छीन लिया।