Israel-Hamas War: गाजा पट्टी पर इजराइली हमले लगातार जारी हैं। इजराइल ने गाजा पट्टी में स्थित इस्लामिक यूनिवर्सिटी को अपना निशाना बनाया है। AFP समाचार एजेंसी के अनुसार एक अधिकारी का कहना है कि इजराइली फाइटर जेट्स ने गाजा सिटी की इस्लामिक यूनिवर्सिटी पर बमबारी की है। यूनिवर्सिटी क अधिकारी अहमद ओराबी ने बताया कि ताबड़तोड़ हवाई हमलों ने यूनिवर्सिटी की इमारतों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया।
हमास के लिए यूनिवर्सिटी में बनाए जाते थे हथियार: इजराइल का दावा
इजराइली वायुसेना ने ताजा जानकारी में कहा है कि उनके फइटर्स जेट ने गाजा में एक इस्लामिक यूनिवर्सिटी पर बमबारी की है। इजरायली एयरफोर्स का दावा है कि ये यूनिवर्सिटी हमास इंजीनियरों के ट्रेनिंग के लिए एक बड़ा अड्डा था। इजराइल की वायु सेना ने दावा किया है कि इस विश्वविद्यालय में हमास के इंजानियरों को ट्रेनिंग दी जाती थी। सेना ने कहा है कि फाइटर जेट ने अभी अभी यूनिवर्सिटी कैंपस पर हमला किया है। इजराइल का दावा है कि ये यूनिवर्सिटी गाजा के लिए राजनीतिक और सैन्य इकाई का काम कर रहा था। यहां इंजीनियर ट्रेनिंग लेने के बाद हमास के लिए हथियार बनाते थे।
राजनीति का केंद्र बन गया था विश्वविद्यालय
इजरायल की सेना ने अपने आधिकारिक ट्वीट अकाउंट से इस बमबारी की तस्वीरें जारी की हैं। इजरायल डिफेंस फोर्स ने अपने ट्वीटर अकाउंट से तस्वीरें जारी करते हुए कहा है कि हमास ने शिक्षा के केंद्र को तबाही के केंद्र में तब्दील कर दिया है। कुछ देर पहले हमारी सेना ने हमास के एक अहम अंग को निशाना बनाया है, जो इनका राजनीतिक और सैन्य केंद्र बन गया था।
इजराइल के खुलकर समर्थन में आया अमेरिका
उधर, इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध के बीच अमेरिका इजरायल के समर्थन में खुलकर सामने आ गया है। अमेरिका का एक विमान बड़ी मात्रा में हथियारों की खेप लेकर इजरायल पहुंचा है। इजरायल डिफेंस फोर्स के मुताबिक यह विमान नेबातिम एयरबेस पर उतरा है। जानकारी के मुताबिक अमेरिका ने यह गोलाबारूद ऐसे समय के लिए भेजा है जब युद्ध निर्णायक मोड़ पर पहुंच जाए। हालांकि इजरायल डिफेंस फोर्स ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि इस विमान में किस प्रकार के हथियार हैं।
इजरायल द्वारा हमास के साथ युद्ध का ऐलान करने के साथ ही अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने इजरायल को मदद देने की तैयारियां शुरू कर दी थी। इजरायल डिफेंस फोर्स का कहना है कि अमेरिका के साथ हमारा सैन्य सहयोग युद्ध के समय क्षेत्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है।