शनिवार को इजरायल पर हमास के आतंकियों द्वारा किए गए हमले में अबतक 700 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं हजारों लोग घायल हुए हैं। इस बाबत इजरायल द्वारा कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए हमास के ठिकाने पर हमले किए जा रहे हैं। इस बीच इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने कहा है कि गाजा की जमीन को लेकर कोई विवाद नहीं है। हमने आखिरी मिलीमीटर तक की जमीन फिलिस्तीन गाजा को दे दिया। जमीन को लेकर कोई विवाद नहीं है। उन्होंने कहा, 'यह शैतानी हरकत शैतान द्वारा भी नहीं तैयार की गई है। पिछले कुछ दशकों में मुझे नहीं लगता गै कि हमने ऐसे नरसंहार देखे हैं। शायद केवल आईएसआईएस द्वारा ऐसा किया गया था।'
इजरायल ने नहीं देखा ऐसा नरसंहार
उन्होंने कहा कि यह इरान का प्रॉक्सी है। हमास ने एक ऐतिहासिक नरसंहार को अंजाम दिया है जिसे दुनिया नहीं भूलेगी। वहीं इजरायल डिफेंस फोर्सेस के प्रवक्ता मेजर लिब्बी ने कहा कि दो दिन पहले हमने जो देखा वह इजरायल के इतिहास में इजरायलियों का सबसे भयंकर नरसंहार है। यह कुछ ऐसा है जिसमें हमने पहले कभी अनुभव नहीं किया है। जो भयावहता हमने देखी है, वह इतनी है कि उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। उन्होंने मरने वालों की जानकारी साझा करते हुए कहा कि इस हमले में 700 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, वहीं हजारों लोग इस हमले में घायल हुए हैं।
प्रत्येक व्यक्ति को भुगतना होगा परिणाम
इजरायल के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लियोर हयात ने कहा कि हमें मध्य पूर्व और यूरोपीय संघ और अमेरिका सहित पूरी दुनिया के कई देशों और नेताओं से भारी संख्या में समर्थन मिला। हम वास्तव में इसकी सराहना करते हैं। इजरायल अपनी रक्षा स्वंय करेगा। उन्होंने कहा कि हमास एक आतंकवादी संगठन है। इससे लड़ने का एकमात्र तरीका है, प्रत्येक आतंकवादी को पकड़ना और उसे इसका भुगतान करना। कीमत केवल उन्हें ही नहीं चुकानी होगी जिन्होंने उन्हें भेजा, बल्कि कीमत उन्हें भी चुकानी होगी जिन्होंने उन आतंकियों को वित्तपोषित किया और जो उन हमलों के पीछे हैं। उन्होंने कहा, 'हम जानते हैं कि ईरान मध्य पूर्व में आतंकवादी संगठनों का मुख्य वित्तपोषक देश रहा है और गाजा पट्टी में जो कुछ भी होता है उसमें वह शामिल रहता है। इस हमले के लिए जिम्मेदार प्रत्येक व्यक्ति को परिणाम भुगतने होंगे।'