पश्चिम एशिया में चल रही भयानक जंग के रुकने के आसार नजर आने लगे हैं। इजरायल और हिजबुल्लाह आखिरकार एक सीजफायर डील पर पहुंच गए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस समझौते की घोषणा की है। बाइडेन ने इस शांति समझौते को अंजाम तक पहुंचाने में मदद के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को भी धन्यवाद कहा है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी कहा है कि वह हिजबुल्लाह के साथ सीजफायर के एक प्रस्ताव को मंजूरी के लिए अपने मंत्रिमंडल के पास भेजेंगे।
जो बाइडेन ने किया ऐलान
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने X पर ट्वीट किया और कहा- "आज, मेरे पास मध्य पूर्व से जुड़ी अच्छी खबर है। मैंने लेबनान और इजरायल के प्रधानमंत्रियों से बात की है। मुझे यह ऐलान करते हुए खुशी हो रही है कि दोनों देशों ने इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच विनाशकारी जंग समाप्त करने के लिए अमेरिका के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है।"
नेतन्याहू ने क्या कहा?
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से बात की है और सीजफायर समझौते को प्राप्त करने में अमेरिका की भागीदारी के लिए उन्हें धन्यवाद दिया है। हालांकि, नेतन्याहू ने कहा है कि सीजफायर की अवधि इस बात पर निर्भर करती है कि लेबनान में क्या होता है। नेतन्याहू ने कहा कि हम समझौते को लागू करेंगे और किसी भी उल्लंघन का जोरदार जवाब देंगे। हम जीत तक एकजुट रहेंगे।
क्या है समझौते की शर्तें?
इस समझौते के तहत इजरायल और लेबनान की सामी पर जंग रोकी जाएगी। इस डील को शत्रुता की स्थायी समाप्ति के लिए डिजाइन किया गया है। हिजबुल्लाह और अन्य आतंकवादी संगठनों को इजरायल की सुरक्षा को खतरे में डालने की अनुमति नहीं दी जाएगी। आने वाले 60 दिनों में लेबनानी सेना और राज्य सुरक्षा बल तैनात होंगे और एक बार फिर अपने क्षेत्र पर नियंत्रण कर लेंगे। लेबनान में हिजबुल्लाह के आतंकवादी बुनियादी ढांचे को फिर से बनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। अगर हिजबुल्लाह या कोई और इस समझौते को तोड़ता है और इजरायल के लिए सीधा खतरा पैदा करता है, तो इजरायल के पास आत्मरक्षा का अधिकार रहेगा।
ये भी पढ़ें- Russia Ukraine War: रूस ने हमले को लेकर बदली रणनीति, यूक्रेन को हो रहा है भारी नुकसान
16 साल से कम उम्र के बच्चे नहीं चला पाएंगे सोशल मीडिया! इस देश में विधेयक पारित