Highlights
- आईएस ने उत्तरी बगदाद के एक पर्वतीय इलाके में सेना के बैरक पर हमला कर दिया, जिसमें 11 सैनिकों की मौत हो गई।
- सीरिया जेल पर हुआ हमला, लगभग 3 साल पहले अपने अंतिम गढ़ को गंवाने के बाद से आईएस का सबसे बड़ा हमला है।
- एक इराकी सैन्य बयान में कहा गया है कि मृतकों में लेफ्टिनेंट रैंक का एक अधिकारी और 10 सैनिक शामिल हैं।
बगदाद: इस्लामिक स्टेट समूह के 100 से अधिक आतंकवादियों ने सीरिया की सबसे बड़ी जेल पर गुरुवार को हमला किया, जहां संदिग्ध आतंकियों को कैद में रखा गया है। इस बीच, आईएस के बंदूकधारियों ने शुक्रवार तड़के उत्तरी बगदाद के एक पर्वतीय इलाके में सेना के बैरक पर हमला कर दिया, जिसमें 11 सैनिकों की मौत हो गई। हमले के वक्त सैनिक सो रहे थे। सीरिया में जेल पर हुआ हमला, आतंकियों के लगभग तीन साल पहले क्षेत्र में अपने अंतिम गढ़ को गंवाने के बाद से सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है।
इराक और सीरिया में ज्यादा सक्रिय हुआ स्लीपर सेल
हाल के महीनों में आईएस का ‘स्लीपर सेल’ दोनों देशों में कहीं अधिक सक्रिय हो गया और उसने कई इराकी तथा सीरियाई लोगों की जान लेने वाले हमलों की जिम्मेदारी ली है। इराकी सैन्य और सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि इराक में हमला शुक्रवार तड़के अल-अजीम जिले में हुआ, जो दियाला प्रांत में बकूबाह के उत्तर में स्थित खुला स्थान है। हमले की परिस्थितियों के बारे में अभी विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है। हालांकि 2 अधिकारियों ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) को बताया कि इस्लामिक स्टेट समूह के आतंकवादी स्थानीय समयानुसार रात तीन बजे बैरक में घुस गए और उन्होंने सैनिकों की गोली मारकर हत्या कर दी।
मृतकों में एक लेफ्टिनेंट और 10 सैनिक शामिल
एक इराकी सैन्य बयान में कहा गया है कि मृतकों में लेफ्टिनेंट रैंक का एक अधिकारी और 10 सैनिक शामिल हैं। राजधानी बगदाद से करीब 120 किलोमीटर उत्तर में किया गया यह हमला, हाल के महीनों में इराकी सेना को निशाना बनाकर किये गये सबसे घातक हमलों में एक है। अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को जहां हमला हुआ, वहां सैनिकों को भेजा गया है और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बल तैनात किये गये हैं। इराकी सेना के बयान में कहा गया है, ‘हम यह पुष्टि करते हैं कि जांबाज शहीदों की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी और हमारी सैन्य टुकड़ियों का जवाब बहुत कड़ा होगा।’
जेल में आईएस के 3000 संदिग्ध आतंकी हैं कैद
उधर, सीरिया में आईएस के 100 से अधिक लड़ाकों ने भारी मशीन गन और विस्फोटकों से लदे वाहनों का इस्तेमाल करते हुए हासाकेह शहर के ग्वेरान जेल पर हमला किया, जहां आईएस के करीब 3,000 संदिग्ध आतंकियों को रखा गया है। कुर्द नीत सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज के प्रवक्ता फरहाद सामी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अमेरिका समर्थित 7 कुर्द लड़ाके मारे गये हैं जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। मृतकों में आईएस के कम से कम 23 हमलावर भी शामिल हैं। सामी ने कहा, ‘यह न सिर्फ सीरिया में बल्कि इराक और क्षेत्र में सबसे बड़ा हमला है। कैदियों में कमांडर भी शामिल हैं जिनमें से कुछ काफी खतरनाक हैं।’
कैदियों ने हिंसा के दौरान जेल से भागने की कोशिश की
जेल पर हमला गुरुवार की शाम किया गया और इसका लक्ष्य वहां कैद आईएस के लड़ाकों को मुक्त कराना था। जेल पर नियंत्रण रखने वाले कुर्द बलों ने कहा कि जेल के बाहर एक कार बम विस्फोट होने और सुरक्षा बलों के साथ बंदूकधारियों की झड़प होने के दौरान कैदियों ने हिंसा की और जेल से भागने की कोशिश की। सामी ने बताया कि लड़ाकों का नेतृत्व विदेशी आतंकी कर रहे हैं। कुर्द नीत सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज ने बताया कि जेल से भागे 89 आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया गया। कैदियों के एक अन्य समूह ने शुक्रवार को जेल से भागने की एक और कोशिश की।
सीरिया हमले में आतंकियों समेत 31 लोगों की मौत
अमेरिका नीत गठबंधन सेना ने गुरुवार देर रात सीरिया नीत कुर्द बलों के हताहत होने की सूचना मिलने पर हवाई हमले किये। ब्रिटेन के सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि झड़पों में कम से कम 20 कुर्द सुरक्षा बल और जेल प्रहरी के अलावा 6 आतंकी तथा पांच आम नागरिक मारे गये हैं। इसने 2019 में आईएस की क्षेत्र में हार के बाद से इसे सर्वाधिक हिंसक हमला बताया है। वहीं, कुर्द संचालित समाचार एजेंसी ‘हवार’ का एक पत्रकार झड़पों की कवरेज के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गया। एजेंसी ने यह जानकारी दी। (भाषा)