पाकिस्तान के अफगानिस्तान के काबुल स्थित दूतावास पर बीते हफ्ते हमला हुआ था। जिसकी जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट यानी आईएसआईएस ने ली है। इस हमले में पाकिस्तान के दूतावास के प्रभारी राजदूत तो बच गए थे, लेकिन उनका एक सुरक्षाकर्मी जख्मी हो गया था। आईएस खुरासन शाखा ने शनिवार देर रात अरबी भाषा में जारी किए संक्षिप्त बयान में दावा किया कि उसके दो लड़ाकों ने पाकिस्तानी दूतावास के प्रभारी राजदूत और उनके सुरक्षा कर्मियों पर तब हमला किया, जब वे पाकिस्तानी दूतावास के परिसर में थे। इस हमले में एक सुरक्षाकर्मी जख्मी हुआ और इमारत को नुकसान पहुंचा। उसने इससे ज्यादा जानकारी नहीं दी।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शुक्रवार को हुए हमले में पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मी इसरार मोहम्मद जख्मी हो गए थे। वह सेना की कमांडो इकाई से संबंधित हैं। मगर दूतावास के प्रभारी राजदूत उबैद-उर-रहमान निजामी सुरक्षित बच गए थे। यह हमला ऐसे वक्त में हुआ था, जब इस्लामाबाद का दावा है कि अफगानिस्तान में छुपी पाकिस्तान विरोधी ताकतें हमलों को अंजाम दे रही हैं। इस दावे को लेकर दोनों देशों में तनाव पैदा हो गया है। इस्लामाबाद में विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह इस्लामिक स्टेट के दावे की पुष्टि करने की कोशिश कर रहा है। विदेश कार्यालय ने कहा, 'स्वतंत्र रूप से और अफगान अधिकारियों के परामर्श से, हम इन रिपोर्ट की सत्यता की पुष्टि कर रहे हैं।'
उसने कहा, 'इसके बावजूद, आतंकवादी हमला उस खतरे की याद दिलाता है कि अफगानिस्तान और क्षेत्र में आतंकवाद शांति और स्थिरता के लिए खतरा पैदा करता है।” विदेश कार्यालय ने कहा, “हमें इस खतरे को हराने के लिए सामूहिक तौर पर दृढ़ता से कार्रवाई करनी चाहिए।”