ISI Agent Murder: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के एजेंट और भारत में नकली नोटों के सप्लायर लाल मोहम्मद की 19 सितंबर को काठमांडू में उसके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। लाल मोहम्मद काठमांडू के गोठाटार इलाके में रहता था, वहीं पर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक नेपाल की राजधानी काठमांडू में एक एजेंट की हत्या हो गई है। एजेंट का नाम लाल मोहम्मद उर्फ मोहम्मद दर्जी था।
भारत में जाली नोटों का सबसे बड़ा सप्लायर था लाल मोहम्मद
जानकारी के मुताबिक लाल मोहम्मद 19 सितंबर को कार से अपने घर पहुंचा, तभी उसके ऊपर अज्ञात हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दी। अपने पिता को बचाने मोहम्मद दर्जी की बेटी छत से कूद गई, लेकिन बचा नहीं पाई। यह पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि मोहम्मद दर्जी अपनी गाड़ी से घर लौटा था। जब वह गाड़ी से निकला और घर की ओर बढ़ने लगा इसी वक्त घत लागए बैठे हमलावरों ने उस पर हमला कर दिया। लाल मोहम्मद बचने के लिए गाड़ी के पीछे छिप कर बैठ गया लेकिन हमलावरों ने गोलियां बरसाना जारी रखा।
सूत्रों के मुताबिक आईएसआई के इशारे पर लाल मोहम्मद पाकिस्तान और बांग्लादेश से भारतीय जाली नोट नेपाल मंगवाकर फिर नेपाल से भारत में सप्लाई करता था। आईएसआई का एजेंट लाल मोहम्मद भारत में जाली नोटों का सबसे बड़ा सप्लायर माना जाता था।
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद की डी-गैंग से भी थे संबंध
इसके अलावा लाल मोहम्मद ISI के लिए एक लॉन्च पैड की तरह काम करता था। जाली नोटों के धंधे के अलावा लाल मोहम्मद आईएसआई को भारत में ऑपरेशन के लिए लॉजिस्टिक सपोर्ट भी मुहैया करवाता था। जानकारी के मुताबिक लाल मोहम्मद के अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की डी-गैंग से भी संबंध थे।
कपड़ा कारोबारी के तौर पर जाना जाता था लाल मोहम्मद
लाल मोहम्मद को नेपाल में कपड़ा कारोबारी के तौर पर जाना जाता था। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक 4 जुलाई 2007 को काठमांडू के अनामनगर में जाली नोट कारोबारी पटुवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस हत्या के आरोप में लाल मोहम्मद को गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने उसे 10 साल कैद की सजा सुनाई थी।