ईरान के मध्य शहर इस्फहान में ड्रोन से हमला किया गया है। इस्फहान में रक्षा उपकरणों का निर्माण करने वाली एक कंपनी पर शनिवार देर रात ड्रोन हमला हुआ, जिसमें परिसर की छत को मामूली नुकसान पहुंचा। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी ने रविवार तड़के यह जानकारी दी। एजेंसी ने रक्षा मंत्रालय के एक बयान के हवाले से बताया कि इस्फहान में रक्षा उपकरणों का निर्माण करने वाली एक कंपनी को शनिवार देर रात तीन ड्रोन विमानों ने निशाना बनाया।
ईरान का दावा, तीनों ड्रोन को मार गिराया गया
बयान के मुताबिक, हमले में कंपनी की छत को मामूली नुकसान पहुंचा। इसमें बताया गया है कि बाद में ईरान की वायु रक्षा प्रणालियों ने तीनों ड्रोन को मार गिराया। हालांकि, ईरानी रक्षा मंत्रालय ने यह नहीं बताया कि ड्रोन हमले के पीछे किसका हाथ होने का संदेह है। वहीं, ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल ने कहा कि उत्तर-पश्चिमी शहर तबरीज के पास एक औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक तेल रिफाइनरी में शनिवार रात भीषण आग लग गई। चैनल ने रिफाइनरी में आग बुझाने की कोशिश करते दमकल कर्मियों के वीडियो प्रसारित किए। उसने कहा कि आग लगने की वजह फिलहाल पता नहीं चल सकी है।
हाल के सालों में ईरान के कई सैन्य-परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला
ईरान और इजराइल के बीच लंबे समय से एक छद्म युद्ध चल रहा है। हाल के सालों में ईरान के कई सैन्य और परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया है। पिछले साल ईरान ने कहा था कि राजधानी तेहरान के पूर्व में स्थित उसके परचिन सैन्य एवं हथियार उत्पादन केंद्र पर हुई एक संदिग्ध घटना में एक इंजीनियर मारा गया था और एक अन्य कर्मी घायल हो गया था। ईरान के रक्षा मंत्रालय ने इसे एक संदिग्ध घटना बताया था। उसने घटना के बारे में कोई अतिरिक्त जानकारी नहीं दी थी।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) को संदेह है कि ईरान परचिन स्थित अपने सैन्य अड्डे में उन विस्फोटकों का परीक्षण करता है, जिनका इस्तेमाल परमाणु हथियार बनाने के लिए किया जा सकता है। अप्रैल 2021 में ईरान ने इजराइल पर अपने भूमिगत नतांज परमाणु प्रतिष्ठान पर हमले का आरोप लगाया था, जिसमें उसके अपकेंद्रण यंत्र (सेंट्रिफ्यूज) क्षतिग्रस्त हो गए थे। हालांकि, इजराइल ने ईरान के आरोपों को खारिज किया था। 2020 में ईरान ने उस हमले के पीछे इजराइल का हाथ बताया था, जिसमें देश का शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक मारा गया था।